ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित विशेष कांवड़ यात्रा: शहीदों की याद में दिल्ली से हरिद्वार तक गूंजा जयघोष
Operation Sindoor Kanwar Yatra | Tribute to Pahalgam Martyrs | Haridwar Kanwar Yatra 2025
सावन के पवित्र महीने में उत्तराखंड का हरिद्वार श्रद्धा, आस्था और देशभक्ति के अनोखे संगम का गवाह बना है। जहां लाखों शिवभक्त कांवड़ यात्रा पर निकल चुके हैं, वहीं इस बार की यात्रा में एक विशेष पहल सामने आई है – ‘ऑपरेशन सिंदूर कांवड़ यात्रा’।
यह यात्रा पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की स्मृति और आत्मा की शांति के लिए समर्पित की गई है।
ऑपरेशन सिंदूर कांवड़: शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि
दिल्ली से आए 6 युवाओं का यह विशेष कांवड़ दल हरिद्वार से गंगाजल लेकर दिल्ली की ओर रवाना हुआ है। इन युवाओं ने कांवड़ पर वायुसेना और बीएसएफ के जवानों के प्रतीकात्मक चित्र लगाए हैं, जिन्हें भारतीय सेना की वर्दी पहनाई गई है। इसके साथ ही कांवड़ पर राष्ट्रीय ध्वज और “ऑपरेशन सिंदूर – पहलगाम के शहीदों को श्रद्धांजलि” का संदेश भी अंकित है।
इनका उद्देश्य है –
👉 शहीदों को श्रद्धांजलि देना
👉 देशवासियों को सेना के प्रति सम्मान और समर्थन का संदेश देना
👉 युवाओं में देशभक्ति की भावना जागृत करना
कांवड़िये बोले – सेना की वजह से हम सुरक्षित हैं
अनुभव, जो पिछले 14 वर्षों से कांवड़ यात्रा कर रहे हैं, ने बताया,
“इस बार की यात्रा फौजी भाइयों को समर्पित है। ऑपरेशन सिंदूर में सेना ने जो अदम्य साहस दिखाया, उसी की प्रेरणा से हम यह यात्रा कर रहे हैं। जब हम चैन की नींद सोते हैं, तब ये सैनिक सीमाओं पर डटे रहते हैं।”
एक अन्य कांवड़िये अजय ने कहा,
“यह कांवड़ पहलगाम हमले के शहीदों की याद में है। भारतीय सेना की कार्रवाई ने हर हिंदुस्तानी का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है। हम इस यात्रा के माध्यम से उनका धन्यवाद और समर्थन व्यक्त करना चाहते हैं।”
हरिद्वार बना देशभक्ति का केंद्र, आस्था के साथ उमड़ रहा सेना प्रेम
हर साल सावन में गंगाजल लेने वाले कांवड़ियों की भीड़ हरिद्वार की पहचान होती है। लेकिन इस बार ऑपरेशन सिंदूर जैसी पहल ने इस यात्रा को एक नई पहचान दी है। श्रद्धालुओं में देशभक्ति की भावना को जागृत करने वाली इस अनोखी कांवड़ यात्रा ने न सिर्फ श्रद्धालुओं का ध्यान खींचा बल्कि स्थानीय लोगों और अधिकारियों ने भी इसे सराहा।