ऑपरेशन कालनेमि: देहरादून में 23 ढोंगी बाबा गिरफ्तार, उधम सिंह नगर में 66 फर्जी पीर फकीरों पर कार्रवाई
Fake Babas Arrested in Uttarakhand Under Operation Kalnemi
उत्तराखंड में चल रहे ऑपरेशन कालनेमि अभियान के तहत पुलिस ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए धर्म की आड़ में लोगों को ठगने वाले फर्जी बाबाओं और पीर फकीरों पर शिकंजा कसा है। देहरादून में 23 और उधम सिंह नगर में 66 ढोंगी बाबाओं को गिरफ्तार किया गया है।

क्या है ऑपरेशन कालनेमि
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पूरे उत्तराखंड में ऑपरेशन कालनेमि शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य उन फर्जी साधु-संतों और पीर-फकीरों की पहचान कर कार्रवाई करना है जो भेष बदलकर भोली-भाली जनता को ठगते हैं, विशेषकर महिलाओं और युवाओं को।
देहरादून में एसएसपी अजय सिंह के नेतृत्व में सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में सक्रिय फर्जी साधु-संतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत 23 ढोंगी बाबाओं को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 10 आरोपी अन्य राज्यों से हैं।
देहरादून में गिरफ्तार फर्जी बाबा
देहरादून, हरिद्वार, बिजनौर, मैनपुरी, हाथरस, कोलकाता, दरभंगा और हरियाणा जैसे राज्यों से आए बाबाओं को गिरफ्तार किया गया है। इनमें सरदारों, लखनपाल सिंह, शिव कुमार, गुरदास सिंह, सुल्तान नाथ, गुलशन नाथ, संदीप नाथ जैसे कई नाम शामिल हैं।
उधम सिंह नगर में भी बड़ी कार्रवाई
उधर, उधम सिंह नगर में पुलिस ने 66 फर्जी पीर-फकीरों को हिरासत में लिया है। यह सभी व्यक्ति धर्म के नाम पर लोगों को डरा-धमकाकर उनका शारीरिक, मानसिक और आर्थिक शोषण कर रहे थे। इन पर आपराधिक प्रवृत्ति के गंभीर आरोप हैं।
गिरफ्तार प्रमुख फर्जी पीर फकीर
टंडोला, पीलीभीत, शाहजहांपुर, गया, जमुनिया, गजरौला, खटीमा जैसे क्षेत्रों से आए पीर-फकीर यहां संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त पाए गए। इनमें चुन्नू मियां, नाजिम, अफजल, परवेज, इम्तियाज अली, तारीख अहमद, मोहम्मद आसिफ जैसे नाम शामिल हैं।

आगे क्या
पुलिस प्रशासन सीमावर्ती जिलों जैसे रामपुर, बिजनौर और पीलीभीत से आए अन्य संदिग्ध बाबाओं को भी चिन्हित कर रहा है। जल्द ही इनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले भी ऐसे कई बाबाओं पर बलात्कार और अवैध वसूली जैसे गंभीर आरोपों में जेल भेजा जा चुका है।