यात्रियों के लिए खुशखबरी- सरकार ने हटाई पाबंदी, एक दिन में दर्शन करने वाले यात्रियों की सीमा को हटाया.
चारों धामों में अब कितने भी यात्री दर्शन कर सकेंगे। अब प्रतिदिन दर्शन का कोटा खत्म कर दिया गया है। इस संबंध में मुख्यमंत्री धामी के निर्देश के बाद शासन की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं। वही फैसले के बाद पुरोहित महासभा अध्यक्ष सहित चारधाम यात्रा से जुड़े लोगों ने, व्यापारियों ने, चारधाम यात्रा में सीमित संख्या की बाध्यता समाप्त करने पर खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री धामी का आभार जताया है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने “ऋषिकेश से चार धाम जा रहे श्रद्धालुओं का माल्यार्पण कर स्वागत किया एवं यात्रा हेतु श्रद्धालुओं से भरी बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने चारधाम यात्रा हेतु आए सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए कहा कि बाबा केदार, बद्रीविशाल, मां गंगोत्री और मां यमनोत्री से प्रार्थना करता हूँ कि विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी चारधाम यात्रा हर्षोल्लास एवम् धूमधाम से सकुशल संपन्न हो। उन्होंने कहा हमें पूर्ण विश्वास है की इस वर्ष की चारधाम यात्रा अपने पिछले सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ेगी। राज्य सरकार सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ हैं। सरकार द्वारा प्रत्येक स्तर पर चारधाम यात्रा संबंधी तैयारियों की निरंतर समीक्षा की जा रही है। हमारा प्रयास रहेगा कि जो भी श्रद्धालु, यात्रा खत्म होने के उपरांत अपने घर लौटे वह देवभूमि उत्तराखंड में बिताए गए समय की स्वर्णिम यादों को साथ लेकर जाए.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चार धाम यात्रा उत्तराखंड राज्य के लिए एक उत्सव है। उन्होंने कहा देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड आते हैं। इससे राज्य में रोजगार के कई अवसर पैदा होते हैं। इस वर्ष अभी तक 16 लाख लोगों द्वारा यात्रा हेतु रजिस्ट्रेशन करवाया गया है। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि प्रत्येक श्रद्धालुओं की यात्रा शुभम सुरक्षित शत प्रतिशत हो. वही मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं केi स्वागत में “हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा” कराई जाएगी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार धाम यात्रा में लगे सफाई कर्मचारियों से लेकर सुरक्षा में तैनात रहने वाले प्रत्येक पुलिस के जवान और प्रशासनिक अधिकारी से अपील करते हुए कहा कि हम सभी अपने स्तर में सर्वश्रेष्ठ कार्य करें। जिससे यात्रा में आने वाले किसी भी श्रद्धालु को असुविधा का सामना न करना पड़े। आपसी सहयोग और भगवान के आशीर्वाद से हम सभी इस बार की यात्रा को भी सुरक्षित संपन्न कराने में सफल रहेंगे.