बदरीनाथ धाम में फोटोग्राफी पर पूर्ण प्रतिबंध, BKTC ने 2 जुलाई की घटना के बाद लिया बड़ा फैसला– PHOTOGRAPHY PROHIBITED BADRINATH
उत्तराखंड स्थित पवित्र बदरीनाथ धाम में अब श्रद्धालु मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार (सिंहद्वार) के पास फोटोग्राफी नहीं कर सकेंगे। बदरी-केदार मंदिर समिति (BKTC) ने इस पर सख्त प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। यह फैसला हाल ही में सामने आई 2 जुलाई की एक घटना के बाद लिया गया है, जिसमें फोटोग्राफी को लेकर श्रद्धालुओं के बीच मारपीट हो गई थी।
🔹 क्या है पूरा मामला?
2 जुलाई को बदरीनाथ मंदिर के ठीक सामने सिंहद्वार की सीढ़ियों पर श्रद्धालुओं के दो गुटों के बीच विवाद हुआ। बात इतनी बढ़ गई कि हाथापाई तक हो गई और पुलिस को बीच-बचाव करना पड़ा।
शुरुआत में यह कहा गया कि विवाद मंदिर में दर्शन को लेकर हुआ, लेकिन बाद में BKTC ने स्पष्ट किया कि झगड़ा फोटोग्राफी को लेकर था – श्रद्धालु एक-दूसरे से पहले फोटो खिंचवाने को लेकर भिड़ गए।
🔹 BKTC का निर्णय
बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने बताया कि:
- मंदिर के 50 मीटर के दायरे में पहले से ही फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी प्रतिबंधित है।
- अब इस नियम को और सख्ती से लागू किया जाएगा।
- सिंहद्वार की सीढ़ियों पर खड़े होकर फोटो लेना पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया के लिए रील्स बनाने या अमर्यादित वीडियो शूट करते हैं, जिससे धाम की गरिमा को ठेस पहुंचती है।
🔹 श्रद्धालुओं से अपील
BKTC ने सभी भक्तों से धार्मिक मर्यादा बनाए रखने और बदरीनाथ धाम की पवित्रता का सम्मान करने की अपील की है।
- श्रद्धालु निर्धारित खुले परिसर में ही फोटोग्राफी करें।
- सिंहद्वार के आसपास भीड़ लगाने या वीडियो शूट करने से बचें।
- अमर्यादित व्यवहार करने वाले श्रद्धालुओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
📌 निष्कर्ष
बदरीनाथ धाम में बढ़ती श्रद्धालु संख्या के बीच आस्था और अनुशासन का संतुलन बनाए रखना जरूरी हो गया है। BKTC का यह फैसला धाम की पवित्रता और गरिमा को बनाए रखने के लिए अहम कदम माना जा रहा है।