गंगा की लहरों पर रोमांच को ब्रेक: समय से पहले बंद हुई ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग, जानिए वजह
उत्तराखंड के ऋषिकेश में इस बार पर्यटकों के रोमांच भरे राफ्टिंग सफर पर समय से पहले ही ब्रेक लग गया है। मानसून की दस्तक के साथ ही गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है और फ्लड जैसी स्थिति बनने लगी है। ऐसे में प्रशासन ने सैलानियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए 24 जून 2025 से रिवर राफ्टिंग पर अस्थायी रोक लगा दी है।
जलस्तर बढ़ा, खतरे की घंटी
मुनिकीरेती से कौड़ियाला तक फैले इको टूरिज्म जोन में बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे गंगा का जलस्तर काफी बढ़ गया है। गंगा नदी राफ्टिंग प्रबंधन समिति, टिहरी के सचिव जसपाल चौहान के मुताबिक, वर्तमान में गंगा में फ्लड जैसी स्थिति है और राफ्टिंग कराना खतरे से खाली नहीं है।
हर साल 30 जून को होता था बंद, इस बार एक हफ्ता पहले
आमतौर पर हर वर्ष 30 जून को राफ्टिंग सीजन का आखिरी दिन होता है और 1 जुलाई से राफ्टिंग पर प्रतिबंध लग जाता है। लेकिन इस बार जलस्तर और मौसम की स्थिति को देखते हुए राफ्टिंग को एक हफ्ता पहले ही बंद कर दिया गया है।
सितंबर में हो सकती है दोबारा शुरुआत
जसपाल चौहान ने जानकारी दी कि अब राफ्टिंग सितंबर महीने में गंगा के जलस्तर और मौसम के हालात को देखते हुए ही दोबारा शुरू की जाएगी। तकनीकी टीम की हरी झंडी मिलने के बाद ही कंपनियों को संचालन की अनुमति दी जाएगी।
पर्यटक लौटे निराश, कंपनियों को घाटा
राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष दिनेश भट्ट ने बताया कि इको टूरिज्म जोन में 262 कंपनियां 576 राफ्ट्स के जरिए पर्यटकों को रोमांच का अनुभव कराती थीं। राफ्टिंग बंद होने के कारण अब हजारों राफ्टिंग गाइड और ऑपरेटर बेरोजगार हो गए हैं।
“आज से सभी कंपनियों ने राफ्ट उतारना बंद कर दिया है। हजारों पर्यटक जो राफ्टिंग के लिए आए थे, अब निराश होकर लौट रहे हैं।” – दिनेश भट्ट, अध्यक्ष, राफ्टिंग समिति
पिछले साल से 50% कम पर्यटक
दिनेश भट्ट के अनुसार, इस साल पर्यटकों की संख्या में लगभग 50% की गिरावट देखी गई। इसका कारण जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले, भारत-पाक तनाव और ऋषिकेश में लगातार ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं रही हैं।
🛶 निष्कर्ष:
उत्तराखंड में रिवर राफ्टिंग की जल्दी समाप्ति न केवल पर्यटकों के लिए निराशाजनक है, बल्कि पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हजारों लोगों की आजीविका पर भी असर डाल रही है। अब सभी की निगाहें सितंबर पर टिकी हैं, जब हालात सामान्य होने पर राफ्टिंग का रोमांच फिर से लौट सकता है।