मलिन बस्तियों को लेकर कांग्रेस का सरकार पर हमला, कहा– भाजपा कर रही है उजाड़ने की साजिश
देहरादून में मलिन बस्तियों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला है। गुरुवार को राष्ट्रीय संचार सचिव वैभव वालिया के नेतृत्व में गोविंदगढ़ में आयोजित जनसभा में कांग्रेस नेताओं ने मलिन बस्तियों में लगाए जा रहे लाल निशानों का विरोध किया और भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने मलिन बस्तियों के लाखों निवासियों को सम्मान, अधिकार और मूलभूत सुविधाएं दिलाने के लिए संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में इन बस्तियों को अतिक्रमण नहीं, बल्कि अधिकारों से वंचित नागरिकों के रूप में देखा गया।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने बताया कि कांग्रेस शासन (2012–2017) के दौरान देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी, रुड़की, नैनीताल और काशीपुर समेत प्रमुख नगरों में 500 से अधिक मलिन बस्तियों का सर्वेक्षण करवाया गया और उन्हें वैध दर्जा देने की प्रक्रिया शुरू की गई। इसके तहत वहां के लोगों को बिजली, पानी, राशन, आधार कार्ड, सड़क और शिक्षा जैसी सुविधाएं मिलने लगीं। साथ ही, राजीव आवास योजना के तहत शहरी गरीबों को पक्के आवास दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए।
पूर्व विधायक राजकुमार ने बताया कि कांग्रेस सरकार में उन्होंने मलिन बस्ती सुधार कार्यक्रम के अध्यक्ष के तौर पर 500 से अधिक बस्तियों का चिन्हीकरण कर उन्हें नियमित करने की प्रक्रिया शुरू की थी, जिसे मंत्रिमंडल से पारित करवाकर कानूनी रूप भी दिया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा सरकार के लिए अब इन बस्तियों को तोड़ना आसान नहीं होगा, उसे पुनर्वास और मुआवजा सुनिश्चित करना पड़ेगा।
वैभव वालिया ने आरोप लगाया कि भाजपा शासन में इन बस्तियों को अवैध बताकर उजाड़ा गया, जबकि कांग्रेस ने वहां आंगनबाड़ी केंद्र, टीकाकरण और पोषण योजनाएं चलाईं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इन बस्तियों के लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाई।
कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसोनी ने कहा कि भाजपा सरकार मलिन बस्तियों को उजाड़ने पर आमादा है, जबकि कांग्रेस हमेशा इनका समर्थन करती रही है।
इस मौके पर चरणजीत कौशल, अमृता कौशल, संग्राम सिंह पुंडीर, अर्जुन सोनकर, निखिल कुमार, संगीता गुप्ता, अरुण शर्मा, गौतम नौटियाल, सूरज पवार, अल्ताफ अहमद, अनिल नेगी, सुलेमान अली, संजय भारती, अमन सिंह, मोहित मेहता, एनएसयूआई अध्यक्ष विकास नेगी, सतीश कुमार और विकास नेगी सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।