चारधाम यात्रा 2025 का शुभारंभ आज, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ हुई आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत
आज अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2025 का विधिवत शुभारंभ हो गया है। श्रद्धा और आस्था के इस महायात्रा का पहला चरण गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ शुरू हुआ। सुबह 10:30 बजे गंगोत्री और 11:55 बजे यमुनोत्री मंदिर के कपाट वैदिक मंत्रोच्चारण और विशेष पूजा-अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस अवसर पर दोनों ही धामों को रंग-बिरंगे फूलों, बंदनों और पारंपरिक सजावट से विशेष रूप से सजाया गया है। गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष धर्मानंद सेमवाल के अनुसार, मंगलवार को 11:57 बजे मां गंगा की उत्सव डोली अपने शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से रवाना हुई थी और भैरव घाटी में रात्रि विश्राम के बाद बुधवार सुबह 9 बजे गंगोत्री धाम पहुंची। इसके बाद विधि-विधान से गंगा पूजन, गंगा सहस्त्रनाम पाठ और विशेष अनुष्ठान सम्पन्न हुए। दूसरी ओर, यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुशल उनियाल ने जानकारी दी कि मां यमुना की डोली खरसाली गांव से प्रातः 8:38 पर शनिदेव की अगुवाई में रवाना हुई और लगभग 10 बजे यमुनोत्री धाम पहुंची, जहां पूजा, हवन और मंत्रोच्चारण के बाद ठीक 11:55 पर कपाट खोले गए। इस शुभ दिन पर देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु मां गंगा और मां यमुना के दर्शन के लिए मौजूद रहे। चारधाम यात्रा की इस शुरुआत ने एक बार फिर उत्तराखंड की पर्वतीय वादियों को भक्तिमय वातावरण से सराबोर कर दिया है, और आने वाले हफ्तों में केदारनाथ व बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ यह यात्रा और भी भव्य रूप लेगी।