लक्सर में चौंकाने वाला ज़मीन घोटाला: 22 साल पहले मर चुकी महिला के नाम पर बेच दी भूमि, कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा – LAKSAR LAND FRAUD
हरिद्वार: उत्तराखंड के लक्सर से एक हैरान करने वाला ज़मीन घोटाले का मामला सामने आया है, जहां 22 साल पहले मर चुकी महिला के नाम पर ज़मीन दोबारा बेच दी गई। कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद अब इस घोटाले में मुकदमा दर्ज किया गया है।
फर्जी दस्तावेज़ों से ज़मीन हड़पने का आरोप:
गुरुचरण सिंह, निवासी अजीतपुर कनखल, ने अदालत में सीआरपीसी की धारा 156(3) के तहत प्रार्थना पत्र दाखिल करते हुए आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने साजिश के तहत मृत महिला के नाम से मुख्तारनामा बनवाकर उनकी खरीदी हुई भूमि को अवैध रूप से फिर से बेच दिया।
महिला की 1999 में हो चुकी थी मौत:
गुरुचरण के अनुसार, उन्होंने और सुखपाल ने 2020 में 3.4090 हेक्टेयर कृषि भूमि 8 लाख रुपये में खरीदी थी, जिसकी विधिवत रजिस्ट्री और दाखिल-खारिज प्रक्रिया भी पूरी की गई थी। बाद में जानकारी मिली कि उसी ज़मीन को दोबारा रामकुमार नामक व्यक्ति के नाम पर बेच दिया गया — वो भी कृष्णा कुमारी नामक महिला के नाम से, जिनकी मौत वर्ष 1999 में हो चुकी थी।
जालसाजी में कई नाम शामिल:
गुरुचरण का आरोप है कि सुदर्शन सिंह चोपड़ा ने खुद को मृतक महिला का मुख्तार दिखाते हुए 2021 में फर्जी विक्रय पत्र तैयार कराया। दस्तावेज़ में पंजाब निवासी अनिल कुमार और मुख्तार सिंह गवाह बने।
धमकी और मारपीट के आरोप:
17 जनवरी 2024 को जब गुरुचरण अपनी ज़मीन पर पहुंचे तो रामकुमार और अन्य लोगों ने उनके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस में कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके बाद अदालत का रुख करना पड़ा।
कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज:
न्यायालय के निर्देश पर लक्सर कोतवाली में रामकुमार, सुदर्शन सिंह चोपड़ा सहित चार लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
अब ज़मीन घोटालों पर लगेगा ब्रेक: सचेतक कियोस्क शुरू
राज्य सरकार ने भूमि फर्जीवाड़े से लोगों को बचाने के लिए ‘सचेतक’ नामक डेडिकेटेड ई-कम्प्यूटर कियोस्क शुरू किया है। देहरादून कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित यह सुविधा नागरिकों को मुफ्त में खतौनी, भू-सीमा, जियो लोकेशन और असली मालिक की जानकारी उपलब्ध कराएगी।