उत्तराखंड में धूमधाम से मनाया गया ईद-उल-फितर, लोगों ने एक-दूसरे को दी मुबारकबाद
देशभर के साथ ही उत्तराखंड में भी सोमवार को ईद-उल-फितर का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रदेश के विभिन्न ईदगाहों और मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई। इस दौरान लोग गले मिलकर एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते नजर आए।
रामनगर में ईद की रौनक
नैनीताल जिले के रामनगर में भी ईद-उल-फितर का त्योहार उल्लासपूर्वक मनाया गया। सुबह से ही मस्जिदों, ईदगाहों और खुली जगहों पर बड़ी संख्या में लोग नमाज अदा करने पहुंचे। इस अवसर पर अल्लाह से अमन-शांति और खुशहाली की दुआ मांगी गई। नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी।
शहरभर में त्योहार को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। बच्चे और बुजुर्ग सभी नए कपड़े पहनकर मस्जिदों में पहुंचे। नैनीताल के विभिन्न इलाकों में भी नमाज के दौरान भारी भीड़ उमड़ी।
सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम
ईद को देखते हुए प्रशासन द्वारा सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे। संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया और हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी गई। शहरों में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। ईद की नमाज के बाद मस्जिदों के इमामों ने अमन-चैन की दुआ मांगी और समाज में प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया।
रुड़की में भाईचारे का संदेश
हरिद्वार जिले के रुड़की में भी ईद का त्योहार पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया गया। नगर की ईदगाह और अन्य मस्जिदों में हजारों लोगों ने नमाज अदा की। इस दौरान हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल भी देखने को मिली। ईदगाह में शहर काजी मुफ्ती सलीम ने युवाओं को नशे से दूर रहने और मोबाइल का सही उपयोग करने की नसीहत दी। उन्होंने मुल्क में अमन-चैन की दुआ भी मांगी। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
नैनीताल में उमड़ा जनसैलाब
नैनीताल में भी ईद-उल-फितर का पर्व हर्षोल्लास और भाईचारे के साथ मनाया गया। मस्जिदों, ईदगाहों और खुले मैदानों में हजारों लोगों ने नमाज अदा की और गले मिलकर एक-दूसरे को बधाई दी। शहर में ईद की नमाज के प्रमुख आयोजन तल्लीताल और मल्लीताल की मस्जिदों में हुए, जहां सुबह से ही श्रद्धालु एकत्रित होने लगे। मुफ्ती अजमल कासिम ने नमाज अदा कराई और समाज में शांति, सद्भाव और भाईचारे का संदेश दिया।
ईद-उल-फितर के इस पावन अवसर पर पूरे प्रदेश में उमंग और उत्साह का माहौल रहा। लोगों ने एक-दूसरे को मुबारकबाद दी और समाज में प्रेम और सौहार्द का संदेश फैलाया।