देहरादून: प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद गगोडिया का निधन
उत्तराखंड के मशहूर हास्य कलाकार घनानंद गगोडिया, जिन्हें ‘घन्ना भाई’ के नाम से जाना जाता था, का निधन हो गया है। उन्होंने देहरादून के महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। कुछ दिनों पहले उनकी तबियत बिगड़ी थी और उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। पिछले कई दिनों से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। उनके निधन की खबर से उनके प्रशंसकों और परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई है।
महंत इंद्रेश हॉस्पिटल के पीआरओ भूपेंद्र रतूड़ी ने घनानंद के निधन की पुष्टि करते हुए बताया कि घनानंद का निधन हृदय गति रुकने से हुआ। डॉक्टरों ने उन्हें सीपीआर देने की कोशिश की, लेकिन वे उन्हें बचा नहीं पाए। घनानंद ने 72 वर्ष की आयु में दुनिया को अलविदा कहा।
कुछ माह पहले, घनानंद का प्रोस्टेट का ऑपरेशन महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में हुआ था। उनकी यूरिन में रक्त आने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां जांच के बाद यह पता चला कि उनकी प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ी हुई थी। 5 नवंबर 2024 को उनका ऑपरेशन किया गया था।
घनानंद गगोडिया का जन्म 1953 में उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में हुआ था। उनकी शिक्षा दीक्षा कैंट बोर्ड लैंसडाउन, जिला पौड़ी में हुई। उन्होंने 1970 में रामलीलाओं में हास्य कलाकार के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद, उन्होंने उत्तराखंड की कई फिल्मों में भी काम किया, जिनमें घरजवैं, चक्रचाल, बेटी-ब्वारी, जीतू बगड़वाल, सतमंगल्या, ब्वारी हो त यनि, घन्ना भाई एमबीबीएस, घन्ना गिरगिट, और यमराज जैसी फिल्में शामिल हैं।
इसके अलावा, घनानंद ने साल 1974 में रेडियो और बाद में दूरदर्शन पर भी कई कार्यक्रम किए। उन्होंने राजनीति में भी कदम रखा और 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर पौड़ी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद, वह बीजेपी के स्टार प्रचारक के रूप में सक्रिय रहे।
घनानंद गगोडिया की कला और योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनका निधन उत्तराखंड के कला जगत के लिए एक बड़ी क्षति है।