नई दिल्ली: उत्तराखंड को राष्ट्रीय रंगशाला शिविर में मिला दूसरा पुरस्कार
राष्ट्रीय रंगशाला शिविर, नई दिल्ली में आयोजित प्रतियोगिता में उत्तराखंड राज्य ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए बेस्ट थ्री राज्यों में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। विभिन्न प्रदेशों और मंत्रालयों के कलाकारों ने अपने-अपने राज्यों की संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम और नृत्य प्रस्तुत किए। उत्तराखंड को यह पुरस्कार राज्य गठन के बाद दूसरी बार प्राप्त हुआ है। इससे पहले, वर्ष 2018 में उत्तराखंड ने तृतीय स्थान प्राप्त किया था।
गणतंत्र दिवस परेड के लिए झांकी में भागीदारी
गणतंत्र दिवस परेड के लिए उत्तराखंड की झांकी में सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक एवं टीम लीडर केएस चौहान के नेतृत्व में 16 कलाकार भाग ले रहे हैं। इन कलाकारों ने 14 जनवरी, 2025 से प्रतिदिन कठोर अभ्यास किया और “प्रसिद्ध जागर गायन एवं लोकनृत्य छपेली” का प्रस्तुति दी, जिसे भारत सरकार द्वारा गठित समिति ने पुरस्कार के योग्य माना। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड की लोक संस्कृति की झलक को विशेष सराहना मिली, जिसके कारण राज्य को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हुआ।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का विस्तार
इस पुरस्कार के बाद, उत्तराखंड के कलाकार 26 जनवरी के बाद राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री आवास, उपराष्ट्रपति, रक्षामंत्री और जनजातीय मंत्री के समक्ष भी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। इस उपलब्धि से राज्य के कलाकार काफी प्रसन्न हैं और उनके प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है।
झांकी की थीम: सांस्कृतिक विरासत और साहसिक खेल
गणतंत्र दिवस परेड में इस वर्ष उत्तराखंड राज्य द्वारा “सांस्कृतिक विरासत और साहसिक खेल” की थीम पर आधारित झांकी का प्रदर्शन कर्तव्य पथ पर किया जाएगा। यह आयोजन उत्तराखंड के सांस्कृतिक और साहसिक धरोहर को दुनिया के सामने पेश करने का एक अहम अवसर है।
उत्तराखंड राज्य के सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक केएस चौहान ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह पुरस्कार राज्य के कलाकारों के कठोर परिश्रम का परिणाम है और राज्य के लिए गर्व की बात है।