भारी बारिश के कारण केदारनाथ यात्रियों को यात्र स्थगित करने की सलाह, अब तक आठ की मौत और छह घायल
भारी बारिश के कारण रुद्रप्रयाग प्रशासन ने यात्रियों से आग्रह किया है कि वे गुरुवार को अपनी केदारनाथ यात्रा स्थगित कर दें। बुधवार से उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो चुकी है और करीब छह अन्य लोग घायल हुए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बारिश से उत्पन्न संकट की समीक्षा की और कहा कि प्रदेशवासियों और राज्य के बाहर से आए यात्रियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में बचाव दलों ने रात भर काम किया और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने जानकारी दी कि रायपुर क्षेत्र की एक नहर में बुधवार रात दो लोग डूब गए। उनके शवों की पहचान सुंदर सिंह और अर्जुन सिंह राणा के रूप में की गई है।
हरिद्वार जिले के रूड़की क्षेत्र के भारपुर गांव में भारी बारिश के कारण एक मकान ढह गया, जिसके मलबे में दबकर तीन लोगों की मौत हो गई और करीब छह लोग घायल हो गए। टिहरी जिले के घनसाली क्षेत्र के जखनयाली गांव में बादल फटने से एक परिवार के तीन सदस्य अपनी जान गंवा बैठे।
टिहरी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि मलबे से भानु प्रसाद (50) और उनकी पत्नी नीलम देवी (45) के शव बरामद कर लिए गए, जबकि उनके पुत्र विपिन (28) को घायल अवस्था में निकाला गया। विपिन को देर रात एम्स, ऋषिकेश ले जाया जा रहा था, लेकिन उसने रास्ते में दम तोड़ दिया।
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने केदारनाथ दर्शन के लिए पहुंचे तीर्थयात्रियों के लिए एक परामर्श जारी किया है, जिसमें उन्हें सलाह दी गई है कि वे जहां भी हैं, वहीं सुरक्षित रहें और अपनी यात्रा को स्थगित कर दें। परामर्श में कहा गया है कि इस समय सोनप्रयाग से आगे का मोटरमार्ग और पैदल मार्ग बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है।
मार्गों की स्थिति सुधारने और यात्रा को सुचारू रूप से शुरू करने की जानकारी अलग से दी जाएगी। पिछले रात भारी बारिश के कारण गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर भीमबली में 20-25 मीटर का रास्ता बह गया और पहाड़ी से बड़े पत्थर गिरकर रास्ते में आ गए हैं। प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि इस दौरान फंसे लगभग 200 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी का जल स्तर चेतावनी के आसपास होने के कारण पार्किंग क्षेत्र को खाली करा लिया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में देहरादून में 172 मिलीमीटर बारिश हुई है। मुख्यमंत्री ने अतिवृष्टि की निगरानी करते हुए अधिकारियों को सतर्क रहने की सलाह दी है और प्रदेशवासियों और यात्रियों की सुरक्षा को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताया है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हुआ है और बचाव दलों ने रात भर काम कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि रामबाड़ा, भीमबली, जखनयाली और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है। प्रशासन को नुकसान का आकलन कर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।