मुजफ्फरनगर: रामपुर तिराहा मामले में पुलिसकर्मियों को आजीवन कारावास की सजा
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले की अदालत ने सोमवार को एक मामले में पी.एसी. के दो पुलिसकर्मियों को सजा सुनाई। इस मामले से संबंधित रामपुर तिराहा मुजफ्फरनगर कांड में पीड़िता के साथ हुई छेड़छाड़ और बलात्कार के आरोप हैं। अदालत ने उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई और 1,00,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया।
अदालत ने 15 मार्च 2024 को इस मामले की सुनवाई के लिए तिथि तय की थी। पीड़िता को जुर्माने की पूरी राशि देने का भी निर्णय लिया गया। यहाँ तक कि राज्य आंदोलन के दौरान हुई इस घटना के संबंध में मुख्यमंत्री ने भी एक बयान जारी किया।
मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहे पर 2 अक्टूबर 1994 को हुए आंदोलन में नौजवानों और महिलाओं के साथ बर्ताव के आरोपों के खिलाफ सुनाई गई सजा के मामले में मुख्यमंत्री ने आंदोलनकारियों की सुरक्षा और न्याय को महत्वपूर्ण माना।
अदालत ने उन दोनों पुलिसकर्मियों को जुर्माना सुनाया, जो रैली में भाग लेने वालों को रोकने के लिए बस को रोककर पीड़िता के साथ अत्याचार किया था। यह घटना एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है जिसमें कई आंदोलनकारी जीवन खो बैठे थे।