सुरक्षा की समस्या: ई-रिक्शा चालकों की बैटरी बचाने की कोशिश में लोगों की जान खतरे में !
शहर में बड़ी संख्या में ई-रिक्शा चलाने वाले लोग, अधिक दूरी तय करके बैटरी बचाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके चलते रात के समय बिना लाइट चलने से दुर्घटना की आशंका है। पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारी भी सख्ती से कार्रवाई के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं।
शहर में आसपास से लगभग चार हजार ई-रिक्शा पंजीकृत हैं, लेकिन उनसे ज्यादा बिना पंजीकरण के ई-रिक्शा चल रहे हैं। ये चालक सुबह से लेकर रात के समय तक लोगों को ढो रहे हैं।
बहुत से लोग अब शहर के यातायात में ई-रिक्शा का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन चालक नियमों को अनदेखी कर रहे हैं।
बैटरी बचाने के चक्कर में रात के समय ई-रिक्शा चालक अक्सर बिना लाइट चलाते हैं, जो दुर्घटना का अंदेशा बनाता है। पहले भी इस वजह से कई हादसे हो चुके हैं, जिस पर पुलिस और परिवहन विभाग को सवालों का सामना करना पड़ा है।
अब सभी पुलिस अधिकारियों को दिए गए हैं निर्देश, कि बिना लाइट के ई-रिक्शा चलाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।