तुर्की में संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुआ उत्तराखंडी मूल का भारतीय, हत्या और अपहरण की आशंका
देहरादून से तुर्की जा रहे नौसेना सैलर अंकित सकलानी आठ दिनों से लापता हैं। उनके परिवार के अनुसार, उनकी हत्या की आशंका है। अंकित ने हाल ही में अपनी पत्नी को भेजा था एक वीडियो, जिसमें उन्होंने अपनी हत्या की आशंका जताई थी।
नौसेना सैलर अंकित सकलानी, जो देहरादून के नेहरूग्राम लोअर गढ़वाली कॉलोनी में रहते हैं, रूस से तुर्की की यात्रा के लिए निकले थे। उन्होंने अपनी पत्नी को फोन करके अपनी परेशानियों के बारे में बताया था। 10 दिसंबर को उन्होंने अपनी पत्नी से फोन पर बात की थी और बताया था कि वे वापस आना चाहते हैं। उन्होंने वीडियो के जरिए अपनी चिंताओं का इज़हार किया था और अपनी सुरक्षा की भी बात कही थी।

01 दिसम्बर को कंपनी की नौकरी पर टर्की गया और 11 दिसंबर को पत्नी पिंकी सकलानी को मैसेज कर बताया कि यहाँ उसके साथ ठीक नहीं चल रहा है। 12 दिसम्बर को भाई निशांत सकलानी को मैसेज किया कि यदि मेरे साथ कुछ होता है तो एल्बिश शिप मैनेजमेंट LLP कंपनी ज़िम्मेदार होगी 16 दिसम्बर को पत्नी ने कंपनी ने अपने खर्चे पर पति को वापस भेजने की माँग की कंपनी ने जवाब दिया कि 18 दिसम्बर को टर्की पोर्ट पर शिप लगेगा तब वापस भेज देंगे और 18 दिसम्बर दोपहर बाद पत्नी को फ़ोन आया कि अंकित ने शिप से छलांग लगा ली है, सर्च ऑपरेशन चल रहा है.
अंकित की पत्नी पिंकी को शिप मैनेजर का फोन आया था जिसमें उसने कहा की अंकित ने समुद्र में कूदकर आत्महत्या कर ली है। अंकित के भाई निशांत ने बताया कि अंकित ने शिप पर हाल ही में जॉइन किया था और उसने अपनी पत्नी को 10 दिसंबर को फोन करके वापस आने का इरादा जताया था. लेकिन अंकित की आत्महत्या की खबर से उनके घरवाले हैरान रह गए। वो लोग अंकित की वापसी की योजना बना रहे थे, इसलिए ऐसी स्थिति का कोई संकेत नहीं था। हालात के साथ, अंकित की हत्या या अपहरण की संभावना उनके परिवार द्वारा जाहिर की जा रही है, शिप वर्तमान में तुर्की के पोर्ट पर मौजूद है, जिसके बारे में अभी तक कोई नया अपडेट नहीं मिला है।
परिजनों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और विदेश मंत्रालय को इस मामले में सहायता के लिए अनुरोध किया है, लेकिन अभी तक कोई संकेत नहीं मिला है। अंकित के घर में माता-पिता के अलावा पत्नी और तीन साल की बेटी हैं। इस दुखद घटना से उनके परिजन भी गहरी चिंता में हैं.