Yahoo ने जताई Chrome खरीदने में रुचि, अदालत के आदेश पर होगा फैसला — YAHOO CHROME ACQUISITION
Yahoo, जो एक समय इंटरनेट की दुनिया का बड़ा नाम रहा है, अब एक बार फिर तकनीकी क्षेत्र में बड़ी वापसी की तैयारी कर रहा है। Yahoo ने संकेत दिया है कि अगर अमेरिकी अदालत Google को अपने लोकप्रिय Chrome ब्राउज़र को बेचने का आदेश देती है, तो वह इसे खरीदने के लिए तैयार है। यह खुलासा उस वक्त हुआ जब अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) ने गूगल के सर्च एकाधिकार को खत्म करने के लिए कदम उठाए हैं।
अदालत में गूगल के खिलाफ बड़ा प्रस्ताव
अमेरिकी न्याय विभाग ने अदालत से आग्रह किया है कि गूगल को विभाजित कर Chrome ब्राउज़र को अलग करने का आदेश दिया जाए। विभाग का मानना है कि क्रोम ब्राउज़र गूगल के सर्च इंजन की सफलता में एक अहम वितरण माध्यम है, जो प्रतियोगिता को बाधित करता है और बाजार में अन्य कंपनियों के लिए प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल बनाता है।
इस मामले की सुनवाई कर रहे जज अमित मेहता पर अब फैसला लेने की जिम्मेदारी है।
कई दावेदारों ने दिखाई रुचि
Yahoo ही अकेली कंपनी नहीं है जो क्रोम को खरीदने की इच्छुक है। DuckDuckGo के CEO ने भले ही इसे खरीदने में असमर्थता जताई हो, लेकिन Perplexity और OpenAI जैसी प्रमुख कंपनियों ने भी Chrome को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। अदालत में इन कंपनियों के गवाहों ने इस इच्छा को सार्वजनिक रूप से व्यक्त किया।
Yahoo ने बताया कि वह ब्राउज़र टेक्नोलॉजी के लिए कई अन्य कंपनियों से भी बातचीत कर रही है, हालांकि अभी तक किसी विशेष साझेदार का नाम उजागर नहीं किया गया है।
Yahoo खुद भी बना रहा है नया ब्राउज़र
Yahoo केवल Chrome खरीदने पर निर्भर नहीं है। कंपनी खुद भी पिछले साल से एक नया वेब ब्राउज़र प्रोटोटाइप डेवलप कर रही है, जिसे लॉन्च करने में 6 से 9 महीने का समय लग सकता है। Yahoo Search के जनरल मैनेजर, ब्रायन प्रोवोस्ट ने अदालत को बताया कि दुनियाभर में लगभग 60% सर्च क्वेरीज़ सीधे वेब ब्राउज़र के एड्रेस बार के माध्यम से की जाती हैं, और इसी को ध्यान में रखते हुए Yahoo ने अपने ब्राउज़र के डेवलपमेंट पर काम शुरू किया है।