वक्फ कानून संशोधन पर बंगाल में हिंसा, केंद्र ने की स्थिति की समीक्षा, 150 से ज्यादा गिरफ्तार
वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 के विरोध में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में भड़की हिंसा ने केंद्र सरकार को सतर्क कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, केंद्र देश के अन्य हिस्सों में भी संभावित सांप्रदायिक तनाव को लेकर निगरानी कर रहा है, हालांकि अब तक अन्य राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों से ऐसी कोई स्थिति सामने नहीं आई है।
केंद्र सरकार अलर्ट मोड में
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि वह कोई जोखिम नहीं उठाना चाहता। वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शनों की खबरों को देखते हुए न केवल बंगाल बल्कि अन्य राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों की स्थिति पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। मंत्रालय का उद्देश्य किसी भी संभावित सांप्रदायिक तनाव को शुरुआती चरण में ही रोकना है। यदि जरूरत पड़ी, तो राज्यों को तुरंत केंद्रीय बल उपलब्ध कराए जाएंगे।
मुर्शिदाबाद में हालात काबू में
पश्चिम बंगाल के डीजीपी राजीव कुमार ने हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। अधिकारियों के अनुसार, फिलहाल कोई नई हिंसक घटना सामने नहीं आई है। अदालत के निर्देश पर पर्याप्त संख्या में केंद्रीय बल तैनात किए गए हैं, जिससे स्थिति को नियंत्रण में लाने में मदद मिली है।
केंद्र की समीक्षा बैठक
शनिवार को केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी से बातचीत की। इस दौरान मुर्शिदाबाद की स्थिति का मूल्यांकन किया गया और भविष्य की रणनीति पर चर्चा हुई। डीजीपी ने जानकारी दी कि स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण में है। बीएसएफ के जवानों की स्थानीय स्तर पर सहायता ली जा रही है।
150 से अधिक गिरफ्तारियां
हिंसा में संलिप्तता के आरोप में अब तक 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। स्थानीय स्तर पर तैनात 300 बीएसएफ जवानों के अलावा राज्य सरकार के अनुरोध पर केंद्र ने पांच अतिरिक्त कंपनियां भी मुर्शिदाबाद भेजी हैं।