मुख्यमंत्री धामी ने इण्डो-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला एवं पर्यटन महोत्सव में लिया भाग
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेंजर्स ग्राउंड, देहरादून में कंचनपुर उद्योग वाणिज्य संघ द्वारा आयोजित इण्डो-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला एवं पर्यटन महोत्सव में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भारत और नेपाल के स्थानीय उत्पादों पर आधारित विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया और उनके महत्व को समझा।
भारत-नेपाल संबंधों को मिलेगी मजबूती
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महोत्सव भारत और नेपाल के बीच सांस्कृतिक और भावनात्मक संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ करेगा। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, व्यापारिक और “रोटी-बेटी” का संबंध सदियों से चला आ रहा है। उन्होंने श्रीराम और माता सीता के विवाह का उल्लेख करते हुए कहा कि जब भी उनका स्मरण किया जाएगा, तब भारत-नेपाल संबंधों की चर्चा स्वाभाविक रूप से होगी। उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण में नेपाल की सनातनी जनता की गहरी आस्था देखने को मिली।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत-नेपाल संबंध मजबूत
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत और नेपाल के द्विपक्षीय संबंध और भी मजबूत हो रहे हैं। दोनों देशों के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा रहा है। नेपाल और भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। उत्तराखंड और नेपाल में कई ऐसे स्थान हैं, जहां आस्था और प्राकृतिक सौंदर्य का अनूठा संगम देखने को मिलता है। राज्य सरकार नेपाल और उत्तराखंड के बीच व्यापार को सुगम बनाने हेतु सीमावर्ती क्षेत्रों में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास कर रही है।

‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति से आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ की गई ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति के अंतर्गत नेपाल को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। इस नीति के माध्यम से दोनों देशों के आर्थिक विकास को गति प्रदान की जा रही है। केंद्र सरकार के सहयोग से कनेक्टिविटी, व्यापार, संस्कृति, रक्षा और जनसंपर्क को बढ़ावा दिया जा रहा है। अयोध्या से जनकपुर के बीच प्रारंभ की गई बस सेवा इसका एक उदाहरण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचेश्वर बांध परियोजना के माध्यम से दोनों देशों ने साझा ऊर्जा उत्पादन का संकल्प लिया है, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति होगी और दोनों देशों की आर्थिकी को भी मजबूती मिलेगी।
सीमावर्ती क्षेत्रों में आधारभूत संरचना का तेजी से विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में राज्य सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों में व्यापार, बुनियादी सुविधाओं और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
- अब तक लगभग 4500 किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण संपन्न हो चुका है।
- भारत और नेपाल के बीच धारचूला के छारछुम में मोटर पुल का निर्माण प्रगति पर है, जिससे दोनों देशों के बीच संपर्क और अधिक सुगम होगा।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री सुदूर पश्चिम प्रदेश, नेपाल राजेंद्र सिंह रावल, कंचनपुर उद्योग वाणिज्य संघ के अध्यक्ष पीतांबर जोशी, विधायक खजान दास, दिवान सिंह बिष्ट, विक्रम धामी, प्रकाश रावल, श्रीमती जानकी कुंवर एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।