गेहूं की जगह आज से खाएं इस आटे की रोटियां, पेट की चर्बी तेजी से घटेगी — जानिए एक्सपर्ट की राय
आज के दौर में व्यस्त जीवनशैली और अनियमित खान-पान के कारण पेट की चर्बी बढ़ना आम समस्या बन गई है। लोग जिम ज्वॉइन करते हैं, महंगे सप्लीमेंट्स लेते हैं, लेकिन फिर भी वजन घटाने में सफलता नहीं मिलती। ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप सिर्फ अपने खाने की थाली में थोड़ा बदलाव करें, तो वजन घटाने की प्रक्रिया अपने आप शुरू हो सकती है।
सबसे आसान बदलाव है — गेहूं की रोटी की जगह दूसरे हेल्दी आटे की रोटियां खाना। खासतौर पर ज्वार और रागी की रोटियां, जो न सिर्फ पेट की चर्बी घटाती हैं बल्कि शरीर को मजबूत भी बनाती हैं।
🫓 ज्वार की रोटी के फायदे
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, ज्वार एक सुपरफूड है जिसमें प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है।
- ज्वार की रोटी खाने से लंबे समय तक पेट भरा रहता है, जिससे बार-बार खाने की इच्छा कम होती है।
- यह पाचन सुधारने और पेट फूलने की समस्या दूर करने में मदद करती है।
- इसमें मौजूद प्रोटीन मसल्स को मजबूत बनाता है, इसलिए यह जिम जाने वालों के लिए भी फायदेमंद है।
अगर आपका लक्ष्य वजन घटाना और शरीर को ऊर्जावान रखना है, तो ज्वार की रोटी रोज के आहार में शामिल करनी चाहिए।
🌾 रागी की रोटी के फायदे
रागी को आयुर्वेद में पोषक तत्वों का खजाना कहा गया है। इसमें दूध से भी ज्यादा कैल्शियम पाया जाता है।
- रागी की रोटी खाने से पेट देर तक भरा रहता है, जिससे कैलोरी इनटेक अपने आप कम हो जाता है।
- यह वजन घटाने के साथ-साथ हड्डियों को भी मजबूत बनाती है।
- इसमें मौजूद फाइबर पाचन को दुरुस्त रखता है और ब्लड शुगर को भी नियंत्रित करता है।
जो लोग पतले और अंदर से फिट रहना चाहते हैं, उनके लिए रागी की रोटी बेहतरीन विकल्प है।
⚖️ ज्वार या रागी — वजन घटाने के लिए कौन बेहतर?
न्यूट्रिशनिस्ट रुचिता बत्रा के मुताबिक, दोनों ही अनाज बेहद पौष्टिक हैं।
- अगर आप मसल्स बनाते हुए वजन घटाना चाहते हैं, तो ज्वार की रोटी खाएं।
- अगर आप हड्डियों को मजबूत बनाते हुए वजन घटाना चाहते हैं, तो रागी की रोटी चुनें।
इन दोनों में से किसी एक को अपनी रोज़ की डाइट में शामिल कर लीजिए — कुछ ही हफ्तों में फर्क नजर आने लगेगा।

