पंजाब में बाढ़ का कहर: पीएम मोदी ने CM मान से की बात, हरसंभव मदद का भरोसा
पंजाब इन दिनों भीषण बाढ़ से जूझ रहा है। लगातार मूसलाधार बारिश और नदियों में बढ़ते जलस्तर ने राज्य में तबाही मचा दी है। अब तक कम से कम 29 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं। हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने 3 सितंबर तक सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रखने का आदेश दिया है।
पीएम मोदी का फोन, केंद्र से मदद का आश्वासन
चीन में एससीओ शिखर सम्मेलन से लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से फोन पर बात की और राज्य की स्थिति पर चर्चा की। पीएम मोदी ने हरसंभव मदद और सहयोग देने का भरोसा दिलाया।
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि यह दशकों की सबसे भीषण बाढ़ है। अब तक करीब 1,000 गांव प्रभावित हुए हैं और सात जिलों में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। लगभग 16,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वहीं, करीब 3 लाख एकड़ कृषि भूमि पानी में डूबी हुई है, जिससे धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
अमृतसर और मानसा में मौतें
- अमृतसर के अजनाला क्षेत्र में 60 वर्षीय परमजीत सिंह की बाढ़ में बहने से मौत हो गई। चार दिन तक तलाश के बाद सोमवार को उनका शव बरामद हुआ। परिवार ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।
- मानसा जिले के चैनेवाला गांव में एक मकान की छत गिरने से 35 वर्षीय व्यक्ति और एक मासूम बच्चे की मौत हो गई, जबकि तीन साल की बच्ची बाल-बाल बच गई।
राहत और अपील
सरदूलगढ़ के विधायक गुरप्रीत सिंह ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर हरसंभव मदद का भरोसा दिया और लोगों से अपील की कि जो भी परिवार जर्जर घरों में रह रहे हैं, वे अस्थायी तौर पर गुरुद्वारे या धर्मशाला में शरण लें।
नदियों का जलस्तर बढ़ा
भारी बारिश के बाद रावी और सतलुज नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे आसपास के कई गांवों में पानी भर गया है। हजारों लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं।