पाकिस्तानियों के भारत छोड़ने का आज आखिरी दिन, कई परिवार बिखरे — PAKISTANI NATIONALS LEAVE INDIA
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम के बैसरन मैदान में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 25 पर्यटकों और एक स्थानीय घोड़ा चालक सहित 26 लोगों की हत्या के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। आतंकवाद को समर्थन देने और निर्दोष पर्यटकों की हत्या के विरोध में, सरकार ने भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए और उन्हें 27 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश दिया। आज यानी 27 अप्रैल को पाकिस्तानियों के भारत छोड़ने की अंतिम तिथि है, जिसके चलते कई परिवारों का बिखराव हो रहा है।
डोडा जिले में ऐसे कई परिवार हैं जहां पाकिस्तानी नागरिकों से शादी करने के कारण घर टूट रहे हैं। डोडा शहर के अरशद हुसैन रंगरेज का मामला इसका उदाहरण है। अरशद की पत्नी पाकिस्तान से हैं और अब उन्हें भारत छोड़ने का नोटिस दिया गया है। अरशद के चार बच्चे हैं—तीन पाकिस्तान में पैदा हुए और एक भारत में। सरकार के आदेश के चलते उनकी पत्नी को तीन बच्चों के साथ पाकिस्तान लौटना पड़ेगा, जबकि पांच वर्षीय सबसे छोटे बच्चे के साथ अरशद भारत में रह जाएंगे। इस विडंबना ने परिवार को गहरे दर्द और असमंजस में डाल दिया है। परिवार में मातम का माहौल है और रिश्तेदार भी भावुक विदाई के लिए एकत्र हुए हैं।
ऐसी ही स्थिति एक और परिवार की भी है, जो रात के अंधेरे में शहर छोड़ने की तैयारी कर रहा है। भारत सरकार द्वारा उठाए गए इन कदमों को जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों पर कड़ा संदेश देने और पाकिस्तान के प्रति नाराजगी जताने के रूप में देखा जा रहा है। अधिकारियों ने पाकिस्तानियों को दी गई समयसीमा का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया है, ताकि आतंकी घटनाओं के बाद भारत की सुरक्षा व्यवस्था और आंतरिक नीति पर सवाल न उठे।