‘पाकिस्तान कई दिनों तक सो नहीं पाएगा’, आदमपुर एयर बेस पर बोले प्रधानमंत्री, ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कही बड़ी बात – OPERATION SINDOOR
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदमपुर एयर बेस पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर एक ऐतिहासिक और जोशीला संबोधन दिया। उन्होंने इस ऑपरेशन को एक सामान्य सैन्य कार्रवाई के बजाय भारत की नीति, नीयत और निर्णायकता का प्रतीक बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” भारत की सैन्य क्षमताओं का एक ऐसा प्रदर्शन है जिसने दुश्मनों को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि अब भारत न केवल अपनी सीमाओं की रक्षा कर सकता है, बल्कि आतंक के ठिकानों को भी उनके घर में घुसकर तबाह कर सकता है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान अब कई दिनों तक सो नहीं पाएगा, क्योंकि उसे भारत की मिसाइलों और ड्रोन की ताकत का अहसास हो चुका है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस ऑपरेशन में थल सेना, वायुसेना और नौसेना का समन्वय अद्वितीय रहा, जिसने यह साबित कर दिया कि भारत के तीनों सेनाओं के बीच तालमेल अब विश्व स्तरीय है। नौसेना ने समुद्र में अपना प्रभुत्व स्थापित किया, थल सेना ने सीमाओं को सील कर दिया और वायुसेना ने न केवल दुश्मनों पर हमला बोला बल्कि अपने सैन्य ठिकानों की पूरी मजबूती से रक्षा भी की। बीएसएफ और अन्य अर्धसैनिक बलों ने भी जमीनी स्तर पर बेहतरीन योगदान दिया। उन्होंने इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस सिस्टम, थल वॉर सिस्टम और ‘मेड इन इंडिया’ रक्षा प्लेटफॉर्म जैसे ‘आकाश’ मिसाइल की तारीफ की और कहा कि इस आधुनिक तकनीक ने भारत को एक मजबूत रक्षा कवच प्रदान किया है।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि “भारत शांति की भूमि है – बुद्ध और गुरु गोविंद सिंह जी का देश है, लेकिन जब हमारी बेटियों का सिंदूर मिटाया जाता है तो हम चुप नहीं बैठते। आतंकियों के घर में घुसकर उन्हें कुचलना, यही आज के भारत की पहचान है।” उन्होंने देश की सेनाओं को सलाम करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने देश का आत्मविश्वास बढ़ाया है, राष्ट्रीय एकता को सशक्त किया है और भारत के गौरव को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
अंत में प्रधानमंत्री ने इस बात पर गर्व जताया कि भारत की पारंपरिक से लेकर आधुनिकतम रक्षा प्रणालियों – जैसे S-400 और स्वदेशी हथियार प्रणालियों – ने ऑपरेशन को अभूतपूर्व सफलता दिलाई। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की तमाम कोशिशों के बावजूद हमारे एयरबेस और अन्य रक्षा ढांचे पूरी तरह सुरक्षित रहे और इसका श्रेय देश के वीर सैनिकों को जाता है। उन्होंने भारतीय वायुसेना के उस पराक्रम को भी सराहा, जिसमें उन्होंने कुछ ही मिनटों में सीमा पार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर दुश्मनों को यह दिखा दिया कि भारत की सेना आज तकनीकी और रणनीतिक दोनों स्तरों पर दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक है।