किडनी खराब होने पर सुबह-सुबह दिख सकते हैं ये लक्षण, न करें नजरअंदाज
किडनी शरीर का बेहद अहम अंग है, जो खून से अपशिष्ट पदार्थों को छानने, इलेक्ट्रोलाइट्स को बैलेंस करने और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने का काम करती है। यही नहीं, यह रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन को भी नियंत्रित करने वाले हार्मोन बनाती है। लेकिन जब किडनी की कार्यक्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है, तो उसके शुरुआती संकेत अक्सर सुबह सबसे पहले दिखाई देते हैं।
इन लक्षणों को अनदेखा करने से किडनी डैमेज बढ़ सकता है और गंभीर बीमारी का खतरा भी हो सकता है।
सुबह के लक्षण जो किडनी डैमेज की ओर इशारा कर सकते हैं
1. आंखों या चेहरे पर सूजन
अगर सुबह उठते ही पलकें या चेहरा सूजा हुआ नजर आए, तो इसे हल्के में न लें। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि किडनी अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने में असमर्थ हो जाती है। इसे मेडिकल भाषा में पेरिआरबिटल एडिमा कहा जाता है। हालांकि, चेहरे की सूजन एलर्जी या साइनस जैसी दूसरी वजहों से भी हो सकती है, इसलिए डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है।
2. पेशाब में झाग
सुबह के पहले पेशाब में झाग दिखना और बार-बार फ्लश करने के बाद भी उसका बने रहना, किडनी डैमेज का संकेत हो सकता है। यह स्थिति तब होती है जब किडनी खून से प्रोटीन को ठीक से फिल्टर नहीं कर पाती और प्रोटीन पेशाब के साथ बाहर निकलने लगता है। इसे प्रोटीन्यूरिया कहते हैं।
3. मुंह से बदबू
सुबह उठते ही अगर मुंह से तेज और अमोनिया जैसी बदबू आए, जो ब्रश करने के बाद भी बनी रहे, तो यह किडनी फेलियर का शुरुआती लक्षण हो सकता है। दरअसल, किडनी जब खून से यूरिया जैसे अपशिष्ट पदार्थों को छान नहीं पाती, तो शरीर इन्हें अमोनिया गैस में बदल देता है। यही गैस सांस के जरिए बाहर निकलती है और मुंह से बदबू आने लगती है।
4. त्वचा का रूखापन और खुजली
सुबह उठकर अचानक त्वचा का सूखना या खुजली होना भी किडनी की खराबी की तरफ इशारा करता है। किडनी शरीर में फॉस्फोरस और अन्य मिनरल्स का संतुलन बनाए रखने का काम करती है। इसके काम न करने पर खून में फॉस्फोरस की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे खुजली और त्वचा में रूखापन होने लगता है।
क्यों नज़रअंदाज न करें ये संकेत?
शुरुआती लक्षण हल्के लग सकते हैं, लेकिन इन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है। समय रहते इन संकेतों को पहचानकर डॉक्टर से मिलना, रेगुलर चेकअप कराना, पर्याप्त पानी पीना और बैलेंस डाइट लेना किडनी हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है।
👉 याद रखें, समय पर पहचान और इलाज से गंभीर किडनी डैमेज को रोका जा सकता है।