भारत और ब्रिटेन के बीच बहुप्रतीक्षित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) की घोषणा
नई दिल्ली: भारत और ब्रिटेन के बीच बहुप्रतीक्षित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) की घोषणा हो चुकी है, जिससे भारत के कई प्रमुख उद्योगों को बड़ा लाभ मिलने वाला है। इस समझौते के तहत ब्रिटेन को होने वाले 99% भारतीय निर्यात पर अब कोई आयात शुल्क नहीं लगेगा, जिससे भारतीय प्रोडक्ट्स ब्रिटिश बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धी हो जाएंगे। इसके परिणामस्वरूप निर्यात में तेज़ी आने की संभावना है।
परिधान और होम डेकोर सेक्टर को राहत
बुने हुए परिधानों पर 9% ड्यूटी हटाए जाने से इस क्षेत्र को बड़ा फायदा होगा। वर्तमान में यह निर्यात 753 मिलियन डॉलर का है, जो 2027 तक बढ़कर 1,616 मिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है।
होम डेकोर आइटम जैसे पर्दे और कुशन आदि का निर्यात भी 276 मिलियन डॉलर से बढ़कर 477 मिलियन डॉलर तक होने का अनुमान है।
कालीन और फुटवियर उद्योग को मिलेगा प्रोत्साहन
कालीनों पर 8% टैरिफ छूट दी गई है, जिससे इस सेक्टर का एक्सपोर्ट 102 मिलियन डॉलर से बढ़कर 185 मिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है।
जूते-चप्पलों पर 7% शुल्क कटौती से फुटवियर उद्योग को भी फायदा मिलेगा। 2027 तक इस सेक्टर का निर्यात 279 मिलियन डॉलर से 545 मिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है।
ऑटो पार्ट्स और समुद्री उत्पादों को मिलेगा नया बाज़ार
ऑटो कंपोनेंट्स पर 8% की ड्यूटी में राहत दी गई है, जिससे इनके निर्यात में 286 मिलियन डॉलर से 572 मिलियन डॉलर तक की बढ़ोतरी की उम्मीद है।
समुद्री उत्पादों (जैसे मछली, झींगे आदि) पर भी 8% टैरिफ कम किया गया है, जिससे इस क्षेत्र का निर्यात 107 मिलियन डॉलर से 185 मिलियन डॉलर तक बढ़ सकता है।
ऑर्गेनिक केमिकल्स और एल्युमिनियम सेक्टर को भी फायदा
ऑर्गेनिक केमिकल्स का निर्यात 420 मिलियन डॉलर से बढ़कर 966 मिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है।
एल्युमिनियम उत्पादों के निर्यात में भी तेजी आने की उम्मीद है, जो 102 मिलियन डॉलर से 200 मिलियन डॉलर तक हो सकता है।
दीर्घकालिक लाभ और व्यापारिक सहयोग
इस समझौते के तहत भारत चरणबद्ध तरीके से ब्रिटेन से आयातित 90% उत्पादों पर ड्यूटी हटाएगा, और अगले 10 वर्षों में यह आंकड़ा 85% तक पहुंचेगा।
यह डील दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक होगी, विशेष रूप से निर्यात केंद्रित भारतीय उद्योगों के लिए यह एक बड़ा अवसर है।