मुख्यमंत्री ने अतिक्रमण हटाने, भ्रष्टाचार विरोध और पर्यावरण संरक्षण के लिए दिए सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में सड़कों के किनारे हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह निर्देश सोमवार को कैंट रोड स्थित अपने आवास से सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक के दौरान दिए।
मुख्यमंत्री ने राज्य में सत्यापन अभियान को तेज़ और प्रभावी बनाने, मानसून को ध्यान में रखते हुए संपूर्ण तैयारी सुनिश्चित करने, भ्रष्टाचार के विरुद्ध जनजागरूकता बढ़ाने और विभिन्न सामाजिक अभियानों को गति देने पर जोर दिया।
भ्रष्टाचार पर सख्ती, जनता को करें जागरूक
मुख्यमंत्री ने कहा कि “भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड” के लिए आमजन को जागरूक करना आवश्यक है। इसके लिए सभी सरकारी दफ्तरों में 1064 हेल्पलाइन नंबर की स्पष्ट जानकारी देने वाले बोर्ड और बैनर लगाए जाएं। उन्होंने समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की बात भी कही।
स्थानीय उत्पादों को मिले बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए भी एक व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाया जाए। “एक जनपद-दो उत्पाद” योजना को गंभीरता से लागू किया जाए और सभी सरकारी कार्यक्रमों में स्थानीय उत्पादों के उपयोग को प्राथमिकता दी जाए।
वर्षा जल संचयन व अमृत सरोवरों की निगरानी
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को मुख्यमंत्री घोषणाओं की नियमित समीक्षा करने और प्रत्येक ज़िले में रेन बैंक (वर्षा जल संचयन प्रणाली) की स्थिति पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने जल स्रोतों के संरक्षण और अमृत सरोवरों की कार्यप्रगति की नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने को कहा। इसके लिए प्रत्येक जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं।
वनाग्नि और पर्यावरण सुरक्षा को लेकर निर्देश
मुख्यमंत्री ने राज्यभर में वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षात्मक उपाय अपनाने के भी निर्देश दिए।
नवाचार को मिले बढ़ावा
सभी जिलाधिकारियों से मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि वे अपने-अपने जिलों में जनहित से जुड़े कम से कम पांच नवाचार चिन्हित करें और उन्हें प्राथमिकता के आधार पर लागू करें। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य में सबसे पहले टीबी मुक्त घोषित होने वाले तीन जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा।
पर्यावरण संरक्षण अभियान
विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) से 25 जुलाई तक राज्यभर में बड़े स्तर पर पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को विशेष रूप से प्रोत्साहित करने और “प्लास्टिक मुक्त उत्तराखंड” के लिए जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए।