चौखुटिया चैत्र अष्टमी मेले के लिए मुख्यमंत्री धामी ने की 5 लाख की घोषणा
मां अग्नेरी मंदिर में की पूजा-अर्चना, प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामनाअल्मोड़ा जनपद के चौखुटिया में आयोजित ऐतिहासिक चैत्र अष्टमी मेले में शुक्रवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की। इस दौरान उन्होंने मां अग्नेरी के मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेला केवल धार्मिक गतिविधियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारी लोक संस्कृति, लोक कला और समृद्ध परंपराओं को संरक्षित करने के साथ-साथ समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ जन-जागरूकता का माध्यम भी बन चुका है। मेले में कुमाऊं और गढ़वाल के लोकगीतों और कलाओं के अलावा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, नशा मुक्ति, खेती बचाओ जैसे सामाजिक संदेशों वाले नाटक और झांकियां प्रस्तुत की गईं।
विकास को मिली नई गति
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण विकास योजनाओं की घोषणाएं कीं, जिनमें शामिल हैं:
- चौखुटिया महाविद्यालय में आगामी सत्र से स्नातकोत्तर स्तर पर अर्थशास्त्र व अंग्रेज़ी तथा स्नातक स्तर पर विज्ञान विषय की कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
- द्वाराहाट क्षेत्र की पेयजल समस्या के समाधान हेतु प्राकृतिक स्रोतों के पुनर्जीवन की वैज्ञानिक योजना बनाई जाएगी।
- गगास नदी में छोटे चौकडैमों का निर्माण किया जाएगा।
- राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं (जैसे मजखाली, खैरना, कर्णप्रयाग आदि) शीघ्र शुरू होंगी।
- चौखुटिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की क्षमता 30 से बढ़ाकर 50 बेड की जाएगी, साथ ही डिजिटल एक्स-रे मशीन भी उपलब्ध कराई जाएगी।
- रामगंगा नदी के दोनों किनारों पर तटबंधों का निर्माण किया जाएगा।
- जीआईसी द्वाराहाट का नाम स्वतंत्रता सेनानी डॉ. इंदर लाल साह के नाम पर रखा जाएगा।
- रामगढ़-कुनीगढ़ मोटर मार्ग का नाम शहीद सूबेदार भवानी दत्त जोशी के नाम पर रखा जाएगा।
- चैत्र अष्टमी मेले के आयोजन हेतु 5 लाख रुपए की धनराशि देने की भी घोषणा की गई।
धार्मिक पर्यटन को नया आयाम
मुख्यमंत्री ने बताया कि मानसखण्ड मंदिरमाला मिशन के तहत राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों को सर्किट के रूप में विकसित किया जा रहा है। भैरवनाथ मंदिर नवागाड़ी, भैरव मंदिर पाण्डुखाल, मां नंदा देवी कोटियाताल को धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके अलावा माणा से लेकर आदि कैलाश तक के क्षेत्रों को समेकित रूप से विकसित करने की योजना भी सरकार की प्राथमिकता में है।
‘जागेश्वर प्रसादम योजना’ का शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे की पहल पर हिमोत्थान योजना के अंतर्गत जागेश्वर प्रसादम योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं विशेष प्रसाद पैक तैयार करेंगी, जिसमें बाल मिठाई, तिल-चौलाई उत्पाद, तांबे का सिक्का (जिस पर जागेश्वर धाम की प्रतिमा अंकित होगी) और जागेश्वर से जुड़ी जानकारी वाली पुस्तिका शामिल होगी। यह पहल न केवल महिलाओं की आजीविका बढ़ाएगी, बल्कि ताम्र उद्योग को भी बढ़ावा देगी।
स्वयं सहायता समूहों को किया प्रोत्साहित
मुख्यमंत्री ने बेहतर कार्य कर रहीं स्वयं सहायता समूहों को प्रशस्ति पत्र एवं वित्तीय सहायता के चेक भी प्रदान किए। उन्होंने कहा कि लखपति दीदी योजना के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है।
युवाओं को मिल रहा रोजगार
मुख्यमंत्री ने बताया कि नकल विरोधी कानून के लागू होने के बाद 100 से अधिक दोषियों को जेल भेजा गया है। इससे पारदर्शी भर्तियों का रास्ता खुला है। पिछले तीन वर्षों में 22,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां मिली हैं।
केंद्रीय मंत्री व स्थानीय नेताओं की उपस्थिति
इस अवसर पर केंद्रीय सड़क परिवहन राज्यमंत्री अजय टम्टा ने मां अग्नेरी मंदिर की ऐतिहासिकता पर प्रकाश डाला और मुख्यमंत्री द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की सराहना की।
विधायक मदन बिष्ट ने मुख्यमंत्री को क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया और क्षेत्रवासियों को नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम में विधायक रानीखेत डॉ. प्रमोद नैनवाल, दर्जा धारी मंत्री शिव सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष राज्य महिला उद्यमिता परिषद गंगा बिष्ट, प्रशासक किरण बिष्ट, नगर पंचायत अध्यक्ष रेवती देवी समेत बड़ी संख्या में अधिकारी व क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।