अगर कब्ज, थकान और पैरों में सूजन जैसे लक्षण दिखें, तो हो सकता है ब्लैडर कैंसर का संकेत – तुरंत जांच कराएं
Bladder Cancer Early Signs: Don’t Ignore These Subtle Symptoms
ब्लैडर कैंसर यानी मूत्राशय का कैंसर, एक गंभीर लेकिन अक्सर नज़रअंदाज़ की जाने वाली बीमारी है। यह तब होता है जब मूत्राशय की अंदरूनी परत में असामान्य कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर बना लेती हैं। यह कैंसर समय रहते पहचान न होने पर शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है।
मूत्राशय कैंसर को लेकर आम ग़लतफ़हमी
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के एक अध्ययन के अनुसार, इसका सबसे आम लक्षण है – पेशाब में खून आना (हेमट्यूरिया)। लेकिन यह लक्षण अक्सर मूत्र संक्रमण (UTI) समझ लिया जाता है, खासकर महिलाओं में।
ब्लैडर कैंसर के प्रमुख कारण
- धूम्रपान (Smoking): सिगरेट में मौजूद विषैले तत्व मूत्र के ज़रिए ब्लैडर तक पहुंचते हैं और कैंसर का कारण बन सकते हैं।
- रासायनिक संपर्क: रंग, रबर और कपड़ा उद्योगों में काम करने वाले लोग अधिक जोखिम में रहते हैं।
- उम्र और लिंग: 55 साल से ऊपर और पुरुषों में यह कैंसर अधिक देखने को मिलता है।
- क्रोनिक ब्लैडर जलन: लंबे समय तक संक्रमण, पथरी या कैथेटर का इस्तेमाल भी खतरा बढ़ाता है।
- पारिवारिक इतिहास: जेनेटिक फैक्टर भी एक वजह हो सकता है।
शुरुआती लक्षण जिन्हें नजरअंदाज़ न करें
- पेशाब में खून आना – हल्का गुलाबी या गहरा लाल यूरिन।
- बार-बार पेशाब आना या पेशाब रोक न पाना – पेशाब के पैटर्न में अचानक बदलाव।
- पेशाब करते समय दर्द या जलन।
- पेल्विक या पीठ के निचले हिस्से में दर्द।
- बार-बार UTI का होना – इलाज के बावजूद भी बार-बार संक्रमण होना।
- कब्ज – आंतों पर ट्यूमर का दबाव।
- भूख में कमी या अचानक वजन कम होना।
- लगातार थकान या कमजोरी – कोई स्पष्ट कारण न हो फिर भी थकान महसूस होना।
- पैरों या पंजों में सूजन – लिम्फ नोड्स में कैंसर फैलने का संकेत हो सकता है।
नोट: ऊपर दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है। किसी भी लक्षण की स्थिति में डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।