बेरीनाग महोत्सव में उत्तराखंड की सांस्कृतिक झलक, प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया
पिथौरागढ़ जिले के प्रसिद्ध बेरीनाग महोत्सव का रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन हुआ। इस बार महोत्सव में इतनी भीड़ उमड़ी कि इसे तीन दिवसीय करने की मांग उठने लगी। बेरीनाग महोत्सव में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया। इस खबर में जानें कि महोत्सव में क्या खास रहा और किन प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।
पिथौरागढ़: बेरीनाग नगर में आयोजित दो दिवसीय मेला महोत्सव के दूसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। दूसरे दिन रामलीला मैदान में आयोजित कार्यक्रमों का उद्घाटन ब्लॉक प्रमुख विनीता बाफिला ने किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय की आधुनिक चकाचौंध के बीच मेला महोत्सव के माध्यम से हमारी संस्कृति बची हुई है। भविष्य में बेरीनाग मेला महोत्सव को भव्य स्वरूप देने का प्रस्ताव है।

बेरीनाग महोत्सव संपन्न: इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि खजान गुड्डू ने कहा कि बेरीनाग मेला महोत्सव ने एक नई पहचान बनाई है। उन्होंने इस तरह के कार्यक्रमों में सहयोग करने की अपील की। इस मौके पर स्थानीय स्कूली बच्चों द्वारा छोलिया नृत्य और झोड़ा चाचरी की प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। व्यापार संघ अध्यक्ष और मेला महोत्सव समिति के अध्यक्ष राजेश रावत ने कहा कि पूरे क्षेत्रवासियों के सहयोग से मेले को भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। भविष्य में इस मेले को प्रदेश स्तरीय मेला बनाकर वृहद रूप देने का विचार है।
ऐतिहासिक भीड़ से आयोजक खुश: रामलीला मैदान में आयोजित बेरीनाग मेला महोत्सव के कार्यक्रम में इतनी भीड़ उमड़ी कि रास्तों और आसपास के घरों की छतों पर लोग कड़ी धूप में कार्यक्रम देखने लगे। इस भीड़ को लेकर आयोजन समिति ने खुशी जताई। दर्शकों ने महोत्सव समिति को मेला आयोजित करने के लिए आभार प्रकट किया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से दिखाए तीज त्योहार: उत्तराखंड में वर्ष भर मनाए जाने वाले विभिन्न तीज त्योहारों और यहां की संस्कृति की झलक देखने को मिली। मेले में उत्तरायणी त्योहार, भिटोला पर्व, नंदा राजजात यात्रा, सातू आठू पर्व के साथ विभिन्न समाजों की वेशभूषा और पड़ोसी देश नेपाल से बेटी और रोटी के संबंधों को प्रस्तुत किया गया।

मेला महोत्सव में दो दिन पड़े कम: बेरीनाग मेला महोत्सव में बड़ी संख्या में उमड़ी भीड़ को देखते हुए इसे तीन दिवसीय करने की बात उठने लगी। मेला महोत्सव समिति के अध्यक्ष राजेश रावत ने बताया कि स्थानीय लोगों के सहयोग से इसे अगले वर्ष से तीन दिन तक आयोजित करने का प्रयास किया जाएगा।

सूचना विभाग के द्वारा जै काली सांस्कृतिक दल जौलजेबी धारचूला और महिला मंगल दल धरमघर, नागदेव सांस्कृतिक मंच द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम का संचालन मनोज मेहता और दीपक कलाकोटी द्वारा किया गया। इस मौके पर थानाध्यक्ष महेश जोशी के नेतृत्व में पुलिस बल भी मौजूद रहा। वहीं, बाजार में दूसरे दिन लोगों ने जमकर खरीदारी की। सभी विजेताओं को नकद धनराशि और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।