‘बैटल ऑफ गलवान’ में कर्नल बी. संतोष बाबू की वीर गाथा, शहीद का रोल निभाएंगे सलमान खान
बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान अब एक देशभक्ति ड्रामा फिल्म में नजर आने वाले हैं, जो उपन्यास ‘इंडियाज मोस्ट फियरलेस 3’ से प्रेरित है। इस फिल्म का नाम ‘बैटल ऑफ गलवान’ रखा गया है, जिसमें सलमान असल जिंदगी के हीरो कर्नल बी. संतोष बाबू की भूमिका निभाएंगे। आइए जानते हैं इस जांबाज शहीद की पूरी कहानी—
कर्नल संतोष बाबू का जीवन
13 फरवरी 1983 को आंध्र प्रदेश के सूर्यापेट में जन्मे कर्नल बिक्कुमल्ला संतोष बाबू एक होनहार और साहसी छात्र रहे। उनके पिता बिक्कुमल्ला उपेंद्र भारतीय स्टेट बैंक के रिटायर्ड मैनेजर थे और मां का नाम मंजुला था। वे अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे।
प्रारंभिक शिक्षा मंचेरियल जिले के लक्सेटीपेट स्थित श्री सरस्वती शिशुमंदिर से हुई। आगे की पढ़ाई के लिए उनका दाखिला विजयनगरम के कोरुकोंडा सैनिक स्कूल में हुआ। साल 2009 में संतोष ने संतोषी से विवाह किया। उनके दो बच्चे हैं।
गलवान संघर्ष और शहादत
जून 2020 में गलवान घाटी में भारत-चीन सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। उस समय कर्नल बाबू 16 बिहार रेजिमेंट का नेतृत्व कर रहे थे।
14 जून की रात चीनी सेना ने LAC (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर समझौते का उल्लंघन करते हुए तंबू और पोस्ट बना दी थी। कर्नल संतोष बाबू बातचीत के लिए आगे बढ़े, लेकिन स्थिति तनावपूर्ण झड़प में बदल गई।
गंभीर चोटें लगने के बावजूद उन्होंने मोर्चा संभाला और अपने सैनिकों को अंतिम सांस तक नेतृत्व दिया। इस वीरता के दौरान वे और 20 भारतीय जवान शहीद हो गए। 18 जून 2020 को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ।
वीरता का सम्मान
कर्नल बी. संतोष बाबू की शहादत को देश कभी नहीं भूलेगा। उन्हें 2021 में मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया।
फिल्म ‘बैटल ऑफ गलवान’
- यह फिल्म कर्नल बाबू की कहानी पर आधारित है।
- पटकथा सुरेश नायर, चिंतन गांधी और चिंतन शाह ने लिखी है।
- निर्देशन की जिम्मेदारी अपूर्व लाखिया के पास है।
- फिल्म की शूटिंग लद्दाख और मुंबई में करीब 70 दिनों तक चलेगी।
स्टार कास्ट
- सलमान खान – कर्नल बी. संतोष बाबू
- चित्रांगदा सिंह – अहम भूमिका
- साथ ही जेन शॉ, अंकुर भाटिया, हर्षिल शाह, हीरा सोहल, अभिलाष चौधरी और विपिन भारद्वाज भी फिल्म में नजर आएंगे।
👉 यह फिल्म सिर्फ एक देशभक्ति ड्रामा नहीं बल्कि उन जांबाज शहीदों को श्रद्धांजलि है जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।