गौरीगांव के पास हेलिकॉप्टर क्रैश में 7 की मौत, मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए
केदारनाथ यात्रा के दौरान एक और दर्दनाक हादसे में आर्यन एविएशन का एक हेलिकॉप्टर 15 जून 2025 की सुबह गौरीगांव के पास क्रैश हो गया, जिसमें पायलट सहित सभी 7 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक तीन साल की बच्ची भी शामिल है।
✈️ कैसे हुआ हादसा?
हेलिकॉप्टर ने सुबह 5:21 बजे केदारनाथ हेलीपैड से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी थी। महज तीन मिनट बाद, 5:24 बजे, हेलिकॉप्टर का संपर्क टूट गया। इलाके में घना कोहरा था और दृश्यता बेहद कम हो चुकी थी।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, गौरीगांव से लगभग 5 किमी दूर, उन्होंने पहाड़ियों में धुएं का गुबार देखा। पास में घास काटने गई एक नेपाली मूल की महिला ने सबसे पहले हादसे की सूचना दी और वीडियो कॉल के जरिए घटना की पुष्टि की।
🚁 मलबे की पुष्टि और रेस्क्यू ऑपरेशन
सुबह 6:13 बजे तक जब हेलिकॉप्टर गुप्तकाशी नहीं पहुंचा, तो कंपनी ने प्रशासन को सूचित किया। इसके बाद NDRF, SDRF और जिला पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। मलबे की पहचान लापता हेलिकॉप्टर के रूप में हुई और दुर्भाग्य से, कोई भी व्यक्ति जीवित नहीं मिला। सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।
🧑✈️ मुख्यमंत्री ने जताया दुख, PM मोदी ने लिया अपडेट
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दुखद दुर्घटना को “अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण” बताया और उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने साफ किया कि “जिस भी स्तर पर लापरवाही पाई जाएगी, सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साइप्रस से फोन पर मुख्यमंत्री से बात कर स्थिति की जानकारी ली और हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया।
🔍 हादसे के बाद लिए गए अहम फैसले
मुख्यमंत्री धामी ने आपात बैठक कर कई बड़े निर्णय लिए:
- चारधाम रूट पर हेलिकॉप्टर सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित
- केवल अनुभवी पायलटों को ही उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उड़ान की अनुमति
- देहरादून में जल्द ही “सेंट्रल कमांड एंड कंट्रोल सेंटर” की स्थापना
- मौसम की अग्रिम चेतावनियों को उड़ान संचालन से अनिवार्य रूप से जोड़ा जाएगा