अजमेर में बच्ची ब्लैकमेलिंग मामले में आरोपी गिरफ्तार, विवाद सुर्खियों में
ये खबर सभी लड़कियों के लिए है, खासकर जो या तो स्कूल में हैं या अभी किशोर अवस्था में हैं। खबर अजमेर से है, जहां 1992 में देश का सबसे बड़ा सेक्स स्केंडल हुआ था। उस समय भी 100 से ज्यादा स्कूल और कॉलेज की लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। एक बार फिर से अजमेर में इसी तरह का कांड सामने आया है, जहां एक नाबालिग लड़की की अश्लील तस्वीरों के जरिए उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था।
अजमेर में 31 मई को किशनगंज थाने में एक परिवार ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनकी बेटी को इरफान नाम का व्यक्ति अश्लील फोटो और वीडियो के जरिए ब्लैकमेल कर लाखों रुपये एंठ रहा है। परिजनों ने 6 लोगों पर दुष्कर्म, धमकाने और जबरन वसूली के आरोप लगाए हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी गठन की और छह लोगों को गिरफ्तार किया और एक नाबालिग को भी हिरासत में लिया है। जिन 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें मुख्य आरोपी इरफान और उसके साथी अरबाज के साथ-साथ एक नाबालिग को सबसे पहले गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद 4 अन्य आरोपी असलम, रजाक, मुबारक और इमरान को इरफान और अरबाज की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
पूरा मामला 7 वंडर्स नाम के पार्क से शुरू हुआ, जहां प्रमुख आरोपी फोटो खींचने का काम किया करते थे। आरोप है कि इमरान ने पार्क में आई 11वीं कक्षा की छात्रा से दोस्ती की और फिर उसे अपने प्यार में फंसाया। आरोप यहां तक है कि आरोपी इसी तरह पार्क में आने वाली लड़कियों पर नजर रखते हैं और उन्हें फंसाते हैं। आरोपियों ने 11वीं की छात्रा से भी पहले प्यार में फंसाया और फिर उसकी इंस्टाग्राम आईडी तक का पासवर्ड लिया, उसकी आईडी से कई लोगों को अश्लील मैसेज भेजे, और अश्लील तस्वीरें और वीडियो से ब्लैकमेल कर, करीब 3 से 4 महीने तक नाबालिग से दुष्कर्म करते रहे। यहां तक कि आरोप है कि करीब 5 लाख रुपये भी नाबालिग से धमकी देकर वसूलने के आरोप हैं। सभी आरोपी अलग-अलग कर के नाबालिग के घर पर पैसे लेने पहुंचते थे।
सोचिए, ये सभी दरिंदे 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़की के घर में तक पहुंच रहे थे। क्या मनोवृत्ति होगी उस लड़की की जो इन सब चीजों से जूझ रही होगी। बहरहाल, मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने विस्तृत जांच के लिए एसआईटी गठित की है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आरोपियों ने इस तरह की कितनी घटनाओं को अंजाम दिया है।
बात पिता की करें तो पिता को इन सभी बातों का पता तब चला जब पिता ने बेटी को पैसे चुराते हुए पकड़ा, और सख्ती से पूछताछ की तो बेटी ने पिता को सारी जानकारी दी।
वहीं, इस पूरे मामले में अजमेर में एबीवीपी के छात्रों ने उग्र विरोध प्रदर्शन भी किया था, औरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिए जाने की मांग की जा रही है। और हो भी क्यों ना, ये कोई पहला मामला नहीं है जब किसी नाबालिग को निशाना बनाकर ऐसा घटिया काम किया गया है। 1992 इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण है कि कैसे इन जैसे दरिंदों की नजर नाबालिग लड़कियों पर ही रहती है, जिन्हें चिकनी चुपड़ी बातों से फसाना ज्यादा आसान होता है। इसीलिए अगर आप लड़की हैं तो जागरूक रहिए और अपने घर में इस चीज की जानकारी सबसे पहले दें या अपने किसी बड़े को बताएं।