एम्स ऋषिकेश: बढ़ती गुणवत्ता और उत्कृष्ट मेडिकल शिक्षा, NIRF की सूची में 22वें स्थान पर
एम्स ऋषिकेश: भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश ने न केवल असाध्य रोगों से पीड़ित रोगियों का इलाज किया है, बल्कि मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में भी यह संस्थान नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है। देश के उच्चतम 50 चिकित्सा संस्थानों की सूची में 22वें स्थान पर एम्स ऋषिकेश ने अपनी जगह बनाई है। इसके साथ ही एम्स ऋषिकेश ने अब तक 574 डॉक्टरों को भी देश की सेवा में समर्पित किया है।
इस संस्थान ने अपने मेडिकल कॉलेज के माध्यम से अब तक 574 एम.बी.बी.एस डॉक्टर्स को तैयार कर देश की सेवा में समर्पित किया है। इसके अलावा, एम्स ऋषिकेश ने वर्तमान में अन्य कई पाठ्यक्रम भी संचालित किए हैं, जैसे कि एमडी, एमएस, एमडीएस, डीएम, एमसीएच, पीएचडी, मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ, एमएससी नर्सिंग और बीएससी एलाईड हेल्थ।
इस संस्थान में 214 फेकल्टी सदस्य हैं, जो कि शैक्षणिक कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां की सिम्युलेशन लैब देश के अन्य एम्स संस्थानों की तुलना में विशेष स्थान रखती है।

संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने बताया कि एम्स के विस्तारीकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा 200 एकड़ भूमि एम्स को दी जानी प्रस्तावित है। भूमि मिलने पर एम्स में स्वास्थ्य सुविधाओं को विकसित करने हेतु विभिन्न योजनाओं पर कार्य करने के अलावा मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में फार्मेसी इंस्टीट्यूट, पैरामेडिकल साइंसेस इंस्टीट्यूट, दन्त चिकित्सा महाविद्यालय और एकेडेमिक ब्लॉक निर्मित किया जाएगा।