NSA अजित डोभाल बोले – “ऑपरेशन सिंदूर में भारत को एक खरोंच भी नहीं आई”, झूठी तस्वीरें फैलाने वालों को दी चुनौती !
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने शुक्रवार को पहली बार ऑपरेशन सिंदूर पर सार्वजनिक रूप से प्रतिक्रिया दी। उन्होंने IIT मद्रास में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान भारत को कोई नुकसान नहीं हुआ, और विदेशों में भारत के खिलाफ फैलाई जा रही झूठी खबरों को खारिज कर दिया।
🇮🇳 “भारत का एक भी कांच नहीं टूटा” – डोभाल
डोभाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा:
“मुझे एक भी फोटो दिखाइए जिसमें भारत को नुकसान हुआ हो। न कोई खरोंच, न एक भी कांच टूटा। ऑपरेशन सिंदूर में हमारी सेना ने पूरी तरह से सटीक निशाने लगाए और पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया।”
उन्होंने विदेशी मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि इस तरह की खबरों का मकसद भारत की सैन्य क्षमताओं को कमतर आंकना है।
🔥 ऑपरेशन सिंदूर क्या था?
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ढांचे के खिलाफ “ऑपरेशन सिंदूर” लॉन्च किया था।
- इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के 9 एयरबेस को सर्जिकल एयर स्ट्राइक्स के जरिए निशाना बनाया गया था।
- भारत ने केवल आतंकी लॉन्च पैड्स और प्रशिक्षण शिविरों को ही निशाना बनाया।
- सीमावर्ती इलाकों या किसी नागरिक ठिकाने को क्षति नहीं पहुंचाई गई।
⚙️ स्वदेशी टेक्नोलॉजी से हुआ हमला
डोभाल ने अपने संबोधन में यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने स्वदेशी रक्षा तकनीक का इस्तेमाल किया।
- लक्ष्य-सटीकता (Precision) के लिए AI-बेस्ड सेंसर्स और गाइडेड वेपन्स सिस्टम का इस्तेमाल किया गया।
- भारतीय रक्षा अनुसंधान संस्थान (DRDO) द्वारा विकसित स्मार्ट बमों और ड्रोन्स ने इसमें अहम भूमिका निभाई।
🎯 “हम सिर्फ आतंकियों को मारते हैं, बेगुनाहों को नहीं”
डोभाल ने कहा कि भारत की नीति स्पष्ट है —
“हम टेररिज्म के खिलाफ हैं, पाकिस्तान के आम नागरिकों के खिलाफ नहीं। हमारी स्ट्राइक आतंकियों को खत्म करने के लिए थी, न कि बदले की भावना से की गई कार्रवाई।”
🧠 तकनीक और युद्ध का भविष्य
IIT मद्रास के मंच से डोभाल ने यह भी कहा कि 21वीं सदी के युद्ध सिर्फ हथियारों से नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजी और डेटा से लड़े जाएंगे।
- भारत को टेक्नोलॉजिकल फ्रंट पर आत्मनिर्भर बनाना अब रणनीतिक आवश्यकता है।
- उन्होंने युवाओं से इस दिशा में योगदान देने की अपील की।
📌 निष्कर्ष:
ऑपरेशन सिंदूर भारत की सैन्य योजना, तकनीकी आत्मनिर्भरता और नैतिक युद्धनीति का प्रतीक बन गया है। NSA डोभाल की इस प्रतिक्रिया ने भारत के रणनीतिक रुख को और मजबूत किया है — जहां आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती है, लेकिन निर्दोषों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाता।