कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में मानसून के चलते बिजरानी और सीतावनी पर्यटन जोन अस्थायी रूप से बंद, इन तिथियों से दोबारा खुलेंगे गेट
राज्य में मानसून के सक्रिय होते ही कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के कुछ प्रमुख पर्यटन जोनों को पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
इनमें कॉर्बेट का प्रसिद्ध बिजरानी जोन और रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत आने वाला सीतावनी जोन भी शामिल हैं, जिन्हें आज से पर्यटक आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है।
🔸 बरसात में क्यों होते हैं जोन बंद?
मानसून के दौरान इन क्षेत्रों में बहने वाले नदी-नालों में तेज बहाव, रास्तों की दुर्दशा, तथा भूस्खलन जैसी परिस्थितियों के कारण पर्यटन गतिविधियां खतरे में पड़ जाती हैं।
हर वर्ष बारिश के मौसम में पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इन जोनों को अस्थायी रूप से बंद किया जाता है।
🔸 पहले ही बंद हो चुके हैं ये जोन
इससे पहले रामनगर वन प्रभाग के भंडारपानी और कालाढूंगी पर्यटन जोन को 26 जून से ही बंद कर दिया गया था। अब इस सूची में कॉर्बेट फॉल और बाराती रौ को भी शामिल कर लिया गया है।
🔸 कौन से जोन अभी खुले हैं?
फिलहाल कुछ पर्यटन जोन अब भी पर्यटकों के लिए खुले हैं, जिनमें शामिल हैं:
- ढेला जोन
- झिरना जोन
- गर्जिया जोन
- फाटो और हाथीडगर जोन (तराई पश्चिमी वन प्रभाग)
इन क्षेत्रों में डे सफारी की अनुमति है, हालांकि भारी बारिश की स्थिति में इन्हें भी अस्थायी रूप से बंद किया जा सकता है।
🔸 कब खुलेंगे बिजरानी और ढिकाला जोन?
- बिजरानी जोन को 15 अक्टूबर 2025 से फिर से पर्यटकों के लिए खोला जाएगा।
- वहीं ढिकाला जोन, जो कॉर्बेट का सबसे लोकप्रिय जोन माना जाता है, को 15 नवंबर 2025 से आगामी पर्यटन सत्र में पुनः खोला जाएगा।
🔸 सुरक्षा बनी प्राथमिकता
कॉर्बेट प्रशासन हर साल मानसून की शुरुआत से पहले ही पर्यटक सुरक्षा के लिहाज से जोनों की समीक्षा करता है।
इस बार भी, भारी वर्षा और संभावित खतरे को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि जैसे ही मौसम अनुकूल होगा, जोनों को निर्धारित तारीखों पर फिर से खोला जाएगा।
✅ नोट:
यदि आप मानसून के दौरान उत्तराखंड की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो वन विभाग की वेबसाइट या स्थानीय अधिकारियों से जानकारी लेकर ही सफारी बुक करें।