मिस वर्ल्ड: कब हुई थी शुरुआत, किसने शुरू किया और कौन बनी थी पहली विजेता? जानें प्रतियोगिता से जुड़ी रोचक बातें
हैदराबाद, भारत – दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित सौंदर्य प्रतियोगिताओं में से एक मिस वर्ल्ड का 72वां संस्करण इस बार भारत में आयोजित हो रहा है। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में चल रहे इस ग्लोबल इवेंट में 109 देशों की सुंदरियां भाग ले रही हैं। ग्रैंड फिनाले का आयोजन 31 मई 2025 को किया जाएगा। इस अवसर पर आइए जानें इस ऐतिहासिक प्रतियोगिता की शुरुआत कैसे हुई, इसके संस्थापक कौन थे, और अब तक भारत की क्या भूमिका रही है।

📜 मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता की शुरुआत कब और कैसे हुई?
मिस वर्ल्ड की शुरुआत वर्ष 1951 में यूनाइटेड किंगडम में हुई थी। इस प्रतियोगिता को एरिक मोर्ले ने शुरू किया था, जो उस समय एक डांस पब्लिसिटी सेल्स मैनेजर थे। प्रारंभ में इसका नाम Festival of Britain Bikini Contest रखा गया था, जिसका उद्देश्य बिकिनी पहनने की संस्कृति को प्रमोट करना था।
हालांकि, धार्मिक संगठनों और समाज में उठे विरोध के चलते प्रतियोगिता का नाम बदलकर ‘Miss World’ रख दिया गया और इसे एक सौंदर्य व व्यक्तित्व परखने वाली वैश्विक प्रतियोगिता के रूप में विकसित किया गया।
👑 पहली मिस वर्ल्ड बनीं स्वीडन की ‘किकी’ हाकनसन
मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता की पहली विजेता बनी थीं केर्स्टिन ‘किकी’ हाकनसन, जो कि स्वीडन की एक फैशन मॉडल थीं। उन्हें 1951 में मिस स्वीडन के तौर पर चुना गया और लंदन में आयोजित पहली मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में विजेता घोषित किया गया।
किकी हाकनसन इस प्रतियोगिता की अब तक की एकमात्र विजेता हैं, जिन्होंने ताज पहनने के दौरान बिकिनी पहनी थी। इसके बाद भारी आलोचना और धार्मिक नाराजगी के कारण 1952 से बिकिनी पर प्रतिबंध लगा दिया गया और इसे स्विमसूट से बदल दिया गया।
🇮🇳 भारत की मिस वर्ल्ड विजेताएं: 6 बार भारत ने रचा इतिहास
भारत का मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। अब तक 6 भारतीय सुंदरियां यह प्रतिष्ठित ताज अपने नाम कर चुकी हैं:
वर्ष | विजेता का नाम |
---|---|
1966 | डॉ. रीता फारिया |
1994 | ऐश्वर्या राय |
1997 | डायना हेडन |
1999 | युक्ता मुखी |
2000 | प्रियंका चोपड़ा |
2017 | मानुषी छिल्लर |
इन सभी ने न सिर्फ भारत को गौरवान्वित किया, बल्कि अपने-अपने क्षेत्रों में इंटरनेशनल पहचान भी बनाई।
💖 एक ब्यूटी पेजेंट नहीं, बल्कि एक चैरिटी मिशन
मिस वर्ल्ड केवल एक सौंदर्य प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि यह एक ग्लोबल चैरिटी प्लेटफॉर्म भी बन चुका है। मिस वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन ने अब तक £1 बिलियन (लगभग ₹10,000 करोड़) से अधिक की राशि बच्चों की मदद के लिए जुटाई है।
यह फंड खासकर उन वंचित और विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए इस्तेमाल होता है जो शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा से वंचित हैं। मिस वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन की 100 से ज्यादा देशों में फ्रेंचाइज़ी है।
📌 निष्कर्ष
मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता एक ऐसा मंच है जहां सुंदरता के साथ-साथ बुद्धिमत्ता, संवेदनशीलता और सामाजिक जिम्मेदारी का भी सम्मान किया जाता है। भारत में 2025 का आयोजन न केवल देश के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह दुनिया के सामने भारतीय संस्कृति और सौंदर्य दृष्टिकोण को प्रस्तुत करने का बड़ा मौका भी है।