क्या रोहित शर्मा राजनीति में एंट्री लेंगे? 11 महीने में दूसरी बार पहुंचे महाराष्ट्र सीएम आवास
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा, जिन्होंने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया है, एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वजह क्रिकेट नहीं, बल्कि उनकी राजनीति में संभावित एंट्री है। दरअसल, रोहित शर्मा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की, और यह 11 महीनों में उनकी दूसरी मुलाकात है। ऐसे में अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या रोहित अब क्रिकेट के बाद राजनीति की पिच पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं?
सीएम फडणवीस से ‘वर्षा’ बंगले में मुलाकात
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुद सोशल मीडिया पर रोहित शर्मा के साथ मुलाकात की तस्वीरें साझा कीं और उन्हें टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। फडणवीस ने लिखा:
“इस साल भारतीय क्रिकेटर रोहित शर्मा का मेरे आधिकारिक आवास पर स्वागत करना, उनसे मिलना और बातचीत करना मेरे लिए बेहद खुशी की बात थी। मैंने उन्हें उनके टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट और आगे के सफर के लिए शुभकामनाएं दीं।”
इस मुलाकात को लेकर सोशल मीडिया पर अटकलों का दौर शुरू हो गया है कि क्या यह सिर्फ एक औपचारिक मुलाकात थी या राजनीति में कदम रखने की तैयारी का हिस्सा?
11 महीने में दूसरी बार सीएम से मुलाकात
गौर करने वाली बात यह है कि पिछले 11 महीनों में यह रोहित की दूसरी मुलाकात है महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से। इससे पहले 29 जून 2024 को भारत ने टी20 वर्ल्ड कप जीता था, और 5 जुलाई को वर्षा बंगले में मुख्यमंत्री ने रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, यशस्वी जायसवाल और अन्य खिलाड़ियों को सम्मानित किया था।

क्या रोहित का अगला कदम राजनीति?
रोहित शर्मा ने अभी तक राजनीति को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन लगातार हो रही राजनीतिक हस्तियों से मुलाकात और पब्लिक अपीयरेंस को देखकर कयास लगाए जा रहे हैं कि वह भविष्य में राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं। अगर ऐसा होता है, तो रोहित उन चुनिंदा खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो जाएंगे जिन्होंने क्रिकेट के बाद राजनीति का रास्ता चुना — जैसे मोहम्मद अजहरुद्दीन, गौतम गंभीर और नवजोत सिंह सिद्धू।
रोहित शर्मा का टेस्ट करियर – एक नजर
- डेब्यू: नवंबर 2013 बनाम वेस्टइंडीज
- मैच: 67
- रन: 4301
- शतक: 12
- अर्धशतक: 18
- औसत: 40.58
रोहित ने अपने टेस्ट डेब्यू में लगातार दो शतक जड़कर सबका ध्यान खींचा था, लेकिन विदेशी पिचों पर संघर्ष के चलते उनका टेस्ट करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा। बावजूद इसके, उन्होंने टीम को कई अहम जीत दिलाईं।