नैनीताल और देहरादून में पुलिस का सत्यापन अभियान तेज़, बाहरी लोगों और किरायेदारों की हो रही कड़ी जांच
नैनीताल/देहरादून – हाल ही में नैनीताल में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना के बाद उत्तराखंड पुलिस सतर्क हो गई है। कानून व्यवस्था को मजबूत करने और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस प्रशासन ने बाहरी लोगों और किरायेदारों के खिलाफ सघन सत्यापन अभियान शुरू कर दिया है। नैनीताल और देहरादून दोनों शहरों में पुलिस लगातार घर-घर जाकर लोगों की पहचान और दस्तावेजों की जांच कर रही है।
नैनीताल में शुरू हुआ सघन जांच अभियान
नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि हालिया आपराधिक घटनाओं को देखते हुए पुलिस ने विशेष अभियान चलाया है। ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है जहां बड़ी संख्या में बाहरी लोग निवास कर रहे हैं — जैसे टैक्सी स्टैंड, मजदूर बस्तियाँ और झुग्गी झोपड़ियाँ। इन क्षेत्रों में पुलिस की टीमें हर घर और किराए के कमरे की जांच कर रही हैं। अब तक 500 से ज्यादा घरों का निरीक्षण किया जा चुका है। कई मामलों में व्यक्तियों के पास न तो वैध पहचान पत्र थे और न ही उनका पुलिस सत्यापन हुआ था, जिनसे पूछताछ जारी है।
मकान मालिकों को चेतावनी
एसएसपी मीणा ने स्पष्ट किया कि किरायेदारों के सत्यापन में लापरवाही बरतने पर मकान मालिकों पर भी कार्रवाई की जाएगी। उन्हें निर्देश दिया गया है कि किरायेदारों की पूरी जानकारी स्थानीय थाने में जमा की जाए, अन्यथा दंडात्मक कदम उठाया जाएगा।
देहरादून में भी कड़ी कार्रवाई
भारत-पाकिस्तान के हालिया तनाव के बाद से देहरादून पुलिस पहले से ही हाई अलर्ट मोड पर है। सत्यापन अभियान के तहत आज नगर और देहात क्षेत्रों में 1700 से अधिक बाहरी व्यक्तियों और किरायेदारों की जांच की गई।
- 168 मकान मालिकों को पुलिस एक्ट के तहत चालान किया गया।
- ₹16.80 लाख का जुर्माना वसूला गया।
- 60 संदिग्ध व्यक्तियों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया, बाद में सही पाए जाने पर उन्हें छोड़ दिया गया।
- 107 लोगों का चालान कर ₹26,750 का जुर्माना वसूला गया।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
नैनीताल के निवासी त्रिभुवन ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि, “इस तरह के नियमित सत्यापन अभियान से हमें सुरक्षा का एहसास होता है। यह कदम भविष्य में अपराध को रोकने के लिए जरूरी है।” पर्यटन और शिक्षा के हब माने जाने वाले नैनीताल जैसे शहर में यह पहल अपराध रोकथाम की दिशा में एक मजबूत कदम मानी जा रही है।