राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर चीन सीमा गतिरोध को लेकर हमला बोला
वाशिंगटन डीसी: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चीन के साथ सीमा गतिरोध को संभालने में असफल रहने का आरोप लगाया। गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) की सरकार पर आरोप लगाया कि उसने सीमा पर स्थिति को ठीक से नहीं संभाला है और देश की सुरक्षा के लिए चिंता व्यक्त की।
राहुल गांधी का बयान:
राहुल गांधी ने कहा कि चीनी सैनिक लद्दाख में दिल्ली के आकार की जमीन पर कब्जा किए हुए हैं और इसे एक गंभीर संकट बताया। उन्होंने यह भी सवाल किया कि अगर अमेरिका के 4,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कोई पड़ोसी देश कब्जा कर ले, तो अमेरिका की प्रतिक्रिया क्या होगी। गांधी ने पीएम मोदी की विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें चीन के साथ स्थिति को ठीक से संभालने में विफल माना जाता है।
एलएसी पर स्थिति:
2020 में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच गलवान में झड़प के बाद, दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर अग्रिम स्थानों पर तैनाती जारी रखी है। भारतीय सेना ने उन्नत हथियारों के साथ 50,000 से अधिक सैनिकों को एलएसी के साथ तैनात किया है, ताकि यथास्थिति को बदलने के किसी भी प्रयास को रोका जा सके।
राहुल गांधी की चिंता:
राहुल गांधी ने चीनी दृष्टिकोण को ‘गैर-लोकतांत्रिक’ करार दिया और अमेरिका तथा भारत के लोकतांत्रिक समाज में एक सकारात्मक दृष्टिकोण रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में यह महत्वपूर्ण है कि भारत और अमेरिका लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर उत्पादन और विकास को आगे बढ़ाएं।
विपक्ष की भूमिका:
राहुल गांधी ने विपक्ष की भूमिका और जिम्मेदारियों पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि इंडिया ब्लॉक और भाजपा-आरएसएस के बीच एक वैचारिक संघर्ष चल रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उनके सहयोगी एक बहुलतावादी दृष्टिकोण में विश्वास करते हैं, जहां हर किसी को समान अधिकार और सम्मान मिले। इसके विपरीत, भाजपा-आरएसएस का दृष्टिकोण केंद्रीयकृत और कठोर है।
भविष्य की दिशा:
राहुल गांधी ने कांग्रेस के दृष्टिकोण को पेश करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य भारत की संस्थाओं, कमजोर वर्गों, अल्पसंख्यकों और गरीबों की रक्षा करना है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि वे अधिक से अधिक लोगों की आवाज बन सकें और देश के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण प्रस्तुत कर सकें, जो भाजपा द्वारा प्रस्तुत केंद्रीकृत दृष्टिकोण से भिन्न हो।
चीन के साथ प्रतिस्पर्धा:
राहुल गांधी ने यह भी उल्लेख किया कि पश्चिमी दुनिया ने एक समय में दुनिया का निर्माण किया, लेकिन अब चीन ने इस जिम्मेदारी को संभाल लिया है। उन्होंने कहा कि भारत को भी इस बदलते परिदृश्य में अपनी भूमिका को समझने और समायोजित करने की आवश्यकता है।