प्रधानमंत्री मोदी ने ANRF की पहली गवर्निंग बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (ANRF) के गवर्निंग बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में ANRF की स्थापना के उद्देश्य और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की गई। ANRF का गठन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत देशभर के विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।
नई योजनाएं और कार्यक्रम:
बैठक के दौरान एक बहु-संस्थागत कार्यक्रम, त्वरित नवाचार और अनुसंधान के लिए साझेदारी (PAIR) की शुरुआत की योजना बनाई गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्थापित टॉप लेवल संस्थानों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच नई साझेदारी को प्रोत्साहित करना है। PAIR के माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाली रिसर्च को बढ़ावा देने और एक सुव्यवस्थित ढंग से रिसर्च की गुणवत्ता को बेहतर बनाने पर जोर दिया जाएगा।
मिशन-मोड कार्यक्रम:
ANRF के तहत एक मिशन-मोड कार्यक्रम की भी शुरुआत की जाएगी, जो वैज्ञानिकों को उनकी चुनौतियों के समाधान में मदद करेगा। प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स मोबिलिटी (EV) और उन्नत सामग्री शामिल हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत को रिसर्च के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनाना है।
उत्कृष्टता केंद्र (ACE) कार्यक्रम:
ANRF उत्कृष्टता केंद्र (ACE) कार्यक्रम के माध्यम से प्रमुख उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। इस पहल से अत्याधुनिक रिसर्च को समर्थन मिलने के साथ-साथ विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे की सुविधा भी मिलेगी। ACE कार्यक्रम भारत में रिसर्च और नवाचार के लिए एक आदर्श वातावरण तैयार करेगा।
ANRF की स्थापना का उद्देश्य:
ANRF का मुख्य उद्देश्य भारत में अनुसंधान और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देना और विविध प्रतिभाओं की क्षमता का उचित उपयोग करना है। ANRF की स्थापना संसद के अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन अधिनियम 2023 के तहत की गई है, जो देशभर में अनुसंधान और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।