5 मैडल के साथ 64वें स्थान पर भारत
पैरिस ओलंपिक्स में भारत को सिल्वर के साथ ही संतोष करना पड़ा है नीरज चोपड़ा, जिनसे सभी को गोल्ड की उम्मीद थी, वो सिल्वर लाने में कामयाब हुए हैं पाकिस्तान के अरशद नदीम रहे जिन्होंने शानदार थ्रो फेंककर ओलंपिक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया नीरज ने जहां 89.45 मीटर का थ्रो किया, वहीं नदीम ने सभी को चौंकाते हुए 92.97 मीटर तक का भाला फेंका नदीम ने अपना आखिरी थ्रो भी 91.79 मीटर का फेंका साफ तौर पर दिन नदीम का था इसीलिए वो गोल्ड जीते नीरज ने भी कहा कि आज उनका दिन नहीं बल्कि अरशद का दिन था और उन्होंने अच्छी थ्रो लगाई और उन्हें जश्न मनाने का मौका मिला

नीरज की मां भी नीरज के सिल्वर के बाद काफी खुश दिखीं उन्होंने कहा कि नीरज का सिल्वर उनके लिए गोल्ड जैसा ही है और जिसने गोल्ड जीता है वो भी हमारा ही लड़का है मेहनत करता है
इसके अलावा भारत के लिए एक और मैडल हॉकी टीम लेकर आई सेमीफाइनल में जर्मनी से मिली हार के बाद निराश हुई भारतीय टीम ने ब्रॉन्ज मैडल के लिए तगड़ी फाइट की और स्पेन को 2-1 से हराकर मैडल अपने नाम किया भारत के लिए दोनों गोल कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने किए

भारतीय टीम ने 1972 के बाद दूसरी बार लगातार ओलंपिक्स में मैडल लाया है बता दें कि नीरज चोपड़ा भी तीसरे ऐसे भारतीय हैं जिन्होंने ओलंपिक्स में लगातार दो मैडल जीते हैं इससे पहले पीवी सिंधू और सुशील कुमार ये कारनामा कर चुके हैं
जीत के बाद भारतीय टीम ने जमकर जश्न मनाया सभी खिलाड़ी मैदान में अपने ही अंदाज में मैडल को सेलिब्रेट किया भारतीय टीम के गोलकीपर श्रीजेश का भी यह आखिरी मैच था उन्होंने हॉकी से संन्यास ले लिया है साथी खिलाड़ियों ने उन्हें कंधे पर उठाकर एक शानदार फेयरवेल दिया

दो खुशियों के अलावा भारत के हाथ कुछ निराशा भी लगी मीराबाई चानू, जिनसे गोल्ड की उम्मीद की जा रही थी, वो मैडल से ही चूक गई हैं चानू ने इवेंट के बाद कहा कि उनके पीरियड्स का तीसरा दिन था, इसीलिए उन्हें थोड़ी कमजोरी भी थी जिस वजह से उनके प्रदर्शन में फर्क पड़ा

पहलवान अमन सहरावत भी सेमीफाइनल में अपना मैच हार गए जापान के रेई हिगुची ने 10-0 के बड़े अंतर से अमन को हराया हालांकि अभी वो ब्रॉन्ज के लिए खेलेंगे

फिलहाल भारत ने 4 ब्रॉन्ज और एक सिल्वर मैडल जीते हैं और 5 मैडल्स के साथ भारत 64वें स्थान पर है वहीं विवादों से घिरे इस ओलंपिक्स ने भारत के लिए ज्यादा खास नहीं रहा लेकिन हमें यह जरूर सिखाया है कि हमारे खिलाड़ियों को और सम्मान और सुविधाओं की जरूरत है जो देना सरकार का काम है सरकार कोई एहसान नहीं करती है खिलाड़ियों पर पैसा खर्च करके यह सरकार की जिम्मेदारी है कि खिलाड़ियों को बेहतर से बेहतर सुविधा और इज्जत दी जाए
वैसे मनु भाकर भी 2 ब्रॉन्ज जीतकर भारत पहुंची तो उनका जोरदार स्वागत किया गया दिल्ली से लेकर उनके घर फरीदाबाद तक लोगों ने मनु का शानदार स्वागत किया इस बीच एक और खबर आई कि खेल मंत्री मनसुख मांडवीय ने मनु को 30 लाख रुपये का चेक सौंपा है हम उम्मीद यही करते हैं कि कल को मनसुख मांडवीय जी संसद में यह पैसे ना गिनाने लग जाएं कि उन्होंने मनु को कितने रुपये दिए हैं जैसे विनेश के लिए गिनाए गए वित्तीय सहायता के नाम पर खिलाड़ी पर किए गए खर्च को वित्तीय सहायता बताने पर खेल मंत्री को क्या कुछ भी शर्म नहीं आई होगी
