देहरादून: मशरूम गर्ल दिव्या रावत धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तारी
देहरादून: दिव्या रावत, जिन्हें मशरूम गर्ल के नाम से जाना जाता है, को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में दोनों भाइयों के खिलाफ पुणे ग्रामीण के पौंड थाने में एक कारोबारी ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। इस जांच में पता चला कि दिव्या रावत ने कारोबारी को फंसाने के लिए देहरादून में एक झूठा मुकदमा दर्ज किया था, जिसके लिए उन्होंने मेरठ में एक फर्जी शपथपत्र बनवाया था।
जब दोनों को गिरफ्तार किया गया, तो पुणे ग्रामीण कोर्ट ने उन्हें दो दिन की पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया। बताया जा रहा है कि पुणे पुलिस दिव्या और उनके भाई को देहरादून भी लेकर आ सकती है।
दिव्या और उनके भाई एक साथ सौम्या फूड नाम की कंपनी संचालित करते हैं। उन्हें पुणे स्थित परामर्श फर्म के मालिक जितेंद्र नंदकिशोर भाखड़ा ने 27 दिसंबर 2022 को पुणे ग्रामीण के पौंड थाने में धोखाधड़ी के मामले में मुकदमा दर्ज कराया था। उनका दावा था कि उन्हें अपनी फर्म के लिए काम देख रहे थे और उस समय उनका संपर्क दिव्या रावत से हुआ था।
दिव्या रावत ने बताया कि वह और उनके भाई राजपाल रावत कॉर्डिसेस फिटनेस के नाम से एक प्रोडक्ट लॉन्च करने जा रहे हैं और इसके लिए वह एक शोरूम भी खोलना चाहते हैं।
उन्होंने बताया कि सभी कामों में एक करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च हुआ था, लेकिन जब बिल आया तो उन्होंने केवल 57 लाख रुपये ही देने को कहा। बाद में जब पैसे मांगे तो वह गाली-गलौज और धमकियां देने लगीं। सितंबर 2022 में पता चला कि दिव्या रावत के भाई राजपाल रावत ने भाखड़ा के खिलाफ नेहरू कॉलोनी में मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि भाखड़ा ने उनसे 77 लाख रुपये की ठगी की है।
इस आधार पर दिव्या रावत और उनके भाई के खिलाफ जालसाजी की धाराएं जोड़ी गईं। पौंड थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज यादव ने बताया कि दिव्या रावत और राजपाल रावत को गत नौ फरवरी को गिरफ्तार किया गया है और उन्हें दो दिन की पुलिस कस्टडी में भी लिया गया है। दिव्या रावत ने भाखड़ा पर आरोप लगाया कि उन्होंने 77 लाख रुपये लेकर भी काम नहीं किया, और उसके खिलाफ फर्जी शपथपत्र बनाया गया था।